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एक तरफ भयंकर कुप्रचार – दूसरी तरफ देखो गुरु भक्तों का प्यार. संत श्री आशारामजी बापू आश्रम उदयपुर में आयोजित साधक सम्मेलन में उमड़ी 5000 से ज्यादा साधकों की भीड़ ने उड़ाई कुप्रचारकों और निंदकों की नींद

संत श्री आशारामजी बापू आश्रम उदयपुर में आयोजित साधक सम्मेलन में उमड़ी हज़ारों साधकों की भीड़ ने कुप्रचारकों की उड़ाई नींद, विशाल संकीर्तन यात्रा में हरिनाम भजनों पर झूमे 5000 गुरु भक्त

मुख्यातिथि विधायक रामलाल मीणा विधायक और BJP की जिला प्रमुख श्रीमती सूर्या आहरी बोले – धन्य है इन साधकों की श्रद्धा, इतनी निंदा और भयंकर कुप्रचार – फिर भी कम नही हुआ करोड़ो गुरु भक्तों का प्यार

उदयपुर ( अमन बग्गा ) संत श्री आशारामजी बापू की पावन प्रेरणा से धूनी माता रोड स्थित, संत श्री आशाराम जी बापू आश्रम, डबोक उदयपुर में राजस्थान अखिल साधक सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया । कार्यक्रम में लगभग 5 हजार से अधिक साधकों ने भाग लिया।

इस अवसर पर सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में श्री रामलाल मीणा विधायक, प्रतापगढ़ व श्रीमती सूर्या आहरी जिला प्रमुख भाजपा, डूंगरपुर ने विशेष रूप से उपस्थित हुए। इस मौके सम्मेलन में पहुंचने पर आश्रम की तरफ से उन्हें सम्मानित किया गया।

इस मौके विधायक रामलाल मीणा विधायक और BJP की जिला प्रमुख श्रीमती सूर्या आहरी बोले कि पूज्य बापू जी साधक सच में धन्य है इन साधकों की श्रद्धा को प्रणाम है। क्यों कि इतनी निंदा और भयंकर कुप्रचार हुआ फिर भी करोड़ो गुरु भक्तों का प्यार कम नही हुआ है।

वही इस दैवी कार्य के आयोजन को सफल करने के लिए शंकर भाई, गिरिजा शंकर व्यास, गिरीश जोशी, मदन जोशी, आश्रम संचालिका सुशीला बहन, युवा सेवा संघ के सदस्य एवं महिला समिति की बहनों ने अपनी-अपनी सेवाएं दी।

इस अवसर पर सम्मेलन के आयोजक श्री योग वेदांत सेवा समिति द्वारा सुबह पहले डबोक गांव व आस पास के क्षेत्र में विशाल हरिनाम संकीर्तन यात्रा निकाली गई। जिसमे उदयपुर जिले सहित बाड़मेर, कोटा, जोधपुर, जयपुर, अलवर, भरतपुर, बारा, डूंगरपुर, बांसवाड़ा आदि राजस्थान जिलों के हज़ारों साधक शामिल हुए

इस मौके आश्रम संचालिका सुशीला बहन ने बताया कि सम्मेलन में समिति द्वारा वर्ष भर जो जो सेवा कार्य चलतें हैं उस पर चर्चा हुई साथ ही आने वाले समय में सेवा और कैसे बढ़े इस विषय विचार विमर्श हुआ।

सुशीला बहन ने बताया कि समिति व आश्रम की तरफ से प्रतिवर्ष दीपावली पर्व पर बड़े बड़े भंडारों का आदिवासी क्षेत्रों में आयोजन करती हैं, गर्मी में छाछ वितरण, पर्यावरण संरक्षण हेतु तुलसी पूजन उत्सव, मातृ- पितृ पूजन दिवस, सत्संग आयोजन, बाल संस्कार केंद्र, ऋषि प्रसाद सेवा, नशा मुक्ति आयोजन, पौधारोपण, गौ माता की सेवा विद्यार्थी शिविर, आदि अनगिनत सेवा कार्य करती हैं।

उन्होंने बताया कि सेवाकार्यों को और कैसे वृहद रूप प्रदान करें जिससे लाखों लोग ओर अधिक लाभान्वित हों इस उद्देश्य हेतु यह आयोजन सम्पन्न करवाया गया । ऐसे सम्मेलन देश के 450 आश्रमों औऱ 2200 समितियों के बीच निरन्तर जारी हैं।