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जालंधर में 4 साल पहले ‘मर चुका’ रेप का कैदी निकला जिंदा, फर्जी डेथ सर्टिफिकेट बनवाकर बुआ के घर छिपा था; पुलिस ने दबोचा

जालंधर: जालंधर शहर से एक हैरान कर देने वाला और फिल्मी कहानी जैसा मामला सामने आया है। पुलिस ने यहां एक ऐसे युवक को जिंदा पकड़ लिया है, जिसे चार साल पहले आधिकारिक तौर पर मृत घोषित कर दिया गया था।

आरोपी की पहचान रेलवे कॉलोनी निवासी हिमांशु के रूप में हुई है। वह 2018 में हुए 13 साल की बच्ची से दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के एक गंभीर मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा था।

जानकारी के अनुसार, हिमांशु को 8 अक्टूबर 2021 को पैरोल पर जेल से रिहा किया गया था। पैरोल अवधि समाप्त होने पर उसे वापस जेल लौटना था, लेकिन उसने खुद को मृत दिखाने की एक शातिर साजिश रच डाली।

आरोपी ने किसी अज्ञात व्यक्ति की मदद से अपना फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र (Fake Death Certificate) तैयार करवाया और उसे जेल प्रशासन में जमा करवा दिया। इस सर्टिफिकेट के आधार पर जेल रिकॉर्ड में हिमांशु को ‘मृत’ मान लिया गया और उसका नाम बंदियों की सूची से हटा दिया गया।

फर्जी दस्तावेजों के सहारे हिमांशु ने अपनी नई पहचान अपनाई और अपनी शक्ल-सूरत बदलने के लिए दाढ़ी बढ़ा ली। वह अपना रहन-सहन पूरी तरह बदलकर जालंधर के ही सूरानस्सी इलाके में अपनी बुआ के पास रहने लगा। आसपास के लोग उसे एक नए नाम से जानते थे और किसी को भी उसके असली अतीत का अंदाजा नहीं था।

हाल ही में पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि जिस कैदी को रिकॉर्ड में मृत बताया गया है, वह जिंदा है और नए नाम से रह रहा है। सूचना के आधार पर थाना डिवीजन नंबर एक की पुलिस ने जांच शुरू की और दस्तावेजों की पड़ताल में यह खुलासा हुआ कि हिमांशु की मौत केवल कागजों पर दर्ज थी।

पुलिस ने सूरानस्सी में दबिश देकर हिमांशु को उसकी बुआ के घर से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया है।

हिमांशु वर्ष 2018 में 13 साल की बच्ची से गैंगरेप और लूट के जघन्य मामले में गिरफ्तार हुआ था। यह वारदात मकसूदा इलाके में हुई थी, जहां हिमांशु और उसका जीजा दुर्गेश यादव गैस कर्मचारी बनकर घर में घुसे थे। दोनों ने बच्ची से दुष्कर्म किया और घर से नकदी व गहने लूट लिए थे। अदालत ने दोनों को उम्रकैद और पांच लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनाई थी।

पुलिस अब आरोपी को रिमांड पर लेकर यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र कहां से बनवाया गया और इस साजिश में कौन-कौन शामिल था। यह भी जांच की जा रही है कि क्या उसकी बुआ को इस बात की जानकारी थी कि वह एक फरार कैदी को पनाह दे रही है।

 

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Jalandhar rape convict who was ‘dead’