Day: 9 September 2025

  • भारत के विभिन्न शहरो से चुने हुए 40 फैशन डिजाइनर प्रदर्शित करेंगे अपने कलेक्शन

    भारत के विभिन्न शहरो से चुने हुए 40 फैशन डिजाइनर प्रदर्शित करेंगे अपने कलेक्शन

    -चुने हुए 40 मेकअप आर्टिस्ट भी दिखाएंगे अपना कौशल

    जयपुर: भारत के गुलाबी नगर जयपुर के जी स्टूडियो में फॉरएवर स्टार इंडिया की ओर से अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर फैशन शो आयोजित किया जा रहा है।हॉस्पिटैलिटी पार्टनर होटल रॉयल आर्किड के साथ दिसम्बर 2025 को होने वाले इस आयोजन में भारत के उत्कृष्ट 40 फैशन डिजाइनर्स और 40 मेकअप आर्टिस्ट का चयन किया जायेगा। चुने हुए प्रत्येक फैशन डिजाइनर और मेकअप आर्टिस्ट को एक यूनिक आईडी दी जाएगी तथा परिधान के बेहतरीन कॉन्सेप्ट व मॉडल्स की रचनात्मक वॉक पर अपना हुनर दिखाने का अवसर दिया जायेगा। नवीनतम तकनीक पर आधारित इस इवेन्ट को सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स पर लाइव दिखाया जायेगा। फॉरएवर मिस यूनिवर्स के मंच पर फॉरएवर मिस इंडिया , मिसेज इंडिया एवं मिस्टीन इंडिया ब्यूटी पेजेन्ट के विजेताओं की क्राउन सेरेमनी भी की जाएगी।

    गौरतलब है की इवेन्ट में दुनियाभर से 5000 से अधिक मॉडल्स भाग लेंगी जिनमे से केवल 250 प्रतिभागियों को ही फाइनल राउन्ड में पहुंचने का अवसर मिल पाएगा। फॉरएवर स्टार इंडिया के फाउन्डर और सीईओ राजेश अग्रवाल एवं डायरेक्टर जया चौहान पर्सनल मेन्टरशिप के साथ ग्रूमिंग टिप्स व प्रोफेशनल ट्रेनिंग देकर फाइनल राउन्ड के प्रतिभगियों के टैलेन्ट को तराशेंगे।फॉरएवर स्टार इंडिया के फाउन्डर और सीईओ राजेश अग्रवाल जो की एक प्रख्यात ज्योतिषी भी हैं उन्होंने बताया की इस इवेन्ट को ज्योतिष की विधा पर तैयार किया गया है जो कि फैशन जगत में पहली बार हुआ है।राजेश ने कहा की इवेन्ट के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है तो फॉरएवर स्टार इंडिया की वेबसाइट www.fsia.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं और फैशन जगत में अपनी पहचान बनाने की ख्वाहिश रखने वाले इस बड़े अवसर का लाभ उठा सकते हैं।

     

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    40 fashion designers selected from different cities

  • बच्चों की किलकारियों के लिए तरसी सरकार ने खोला खजाना, चार बच्चे पैदा करने पर टैक्स माफी का ऐलान

    बच्चों की किलकारियों के लिए तरसी सरकार ने खोला खजाना, चार बच्चे पैदा करने पर टैक्स माफी का ऐलान

    नई दिल्ली: खूबसूरत पर्यटन स्थलों के लिए मशहूर दक्षिण-पूर्वी यूरोपीय देश ग्रीस आज अपने अस्तित्व के सबसे बड़े संकट से जूझ रहा है। यह संकट न तो आर्थिक है और न ही सामरिक, बल्कि यह देश के भविष्य पर मंडराता एक ऐसा खतरा है जिसने सरकार की नींद उड़ा दी है – खत्म होती आबादी। गलियों और स्कूलों में बच्चों की घटती किलकारियों से परेशान होकर सरकार ने अब एक ऐसा कदम उठाया है, जो पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बन गया है। प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोताकिस ने देश को बचाने के लिए 1.6 अरब यूरो (लगभग 16,563 करोड़ रुपये) के भारी-भरकम पैकेज की घोषणा की है, जिसके तहत ज्यादा बच्चे पैदा करने वाले परिवारों को अभूतपूर्व वित्तीय लाभ दिए जाएंगे।

    इस ऐतिहासिक पैकेज का सबसे चौंकाने वाला ऐलान है- ‘चार बच्चे तो टैक्स माफ़’। जी हाँ, 2026 से जिस परिवार में चार बच्चे होंगे, उसे किसी भी प्रकार का टैक्स नहीं देना होगा। सरकार का यह कदम उस हताशा को दर्शाता है जो देश की घटती प्रजनन दर से उपजी है। ग्रीस की प्रजनन दर प्रति महिला केवल 1.4 बच्चे रह गई है, जो कि आबादी को स्थिर रखने के लिए आवश्यक 2.1 के औसत से बहुत नीचे है। प्रधानमंत्री मित्सोताकिस ने इस भयावह स्थिति को “राष्ट्रीय खतरा” करार दिया है।

    प्रधानमंत्री ने रविवार को नई नीतियों की घोषणा करते हुए कहा, “यह पैकेज देश की सबसे बड़ी चुनौती, यानी घटती जनसंख्या से निपटने के लिए तैयार किया गया है। हम जानते हैं कि बिना बच्चों के जीवनयापन की लागत और दो या तीन बच्चों के साथ जीवनयापन की लागत में बहुत अंतर होता है। इसलिए, एक देश के रूप में हमें उन नागरिकों को पुरस्कृत करने का तरीका खोजना ही होगा जो अधिक बच्चे पैदा करने का विकल्प चुनते हैं।” उन्होंने इस सुधार को ग्रीस में पिछले 50 वर्षों में सबसे साहसिक कर सुधार बताया।

    आंकड़े एक डरावनी तस्वीर पेश करते हैं। यूरोस्टेट के अनुसार, ग्रीस की मौजूदा 1.02 करोड़ की आबादी 2050 तक घटकर 80 लाख से भी कम हो जाएगी, और तब देश की 36% आबादी 65 वर्ष से अधिक आयु की होगी। भूमध्यसागर का यह खूबसूरत देश यूरोप का सबसे ‘बूढ़ा’ देश बनने की कगार पर है। वित्त मंत्री किरियाकोस पियराकाकिस ने इस संकट को “अस्तित्व पर एक बड़ा खतरा” बताते हुए कहा कि 15 साल पहले शुरू हुए आर्थिक संकट के बाद से देश में जन्म दर आधी हो गई है।

    नई नीति में केवल टैक्स माफी ही नहीं, बल्कि छोटे गांवों और बस्तियों को बचाने की भी कोशिश की गई है। जिन बस्तियों की आबादी 1500 से कम है, वहां के निवासियों को अन्य करों से भी छूट दी जाएगी, जिसकी भरपाई सरकारी खजाने से होगी। दरअसल, एक दशक लंबे आर्थिक संकट के दौरान लगभग पाँच लाख युवाओं और प्रतिभाशाली लोगों ने बेहतर भविष्य की तलाश में ग्रीस छोड़ दिया था, जिससे यह संकट और भी गहरा गया। अब सरकार इन नई नीतियों के सहारे देश के सूने होते आंगन को फिर से बसाने की एक बड़ी और शायद आखिरी कोशिश कर रही है।

     

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    eager for the laughter of children

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