
लुधियाना: गणेश चतुर्थी के पवित्र त्योहार से पहले, पंजाब में बाढ़ के मौजूदा हालात और उफान पर बह रही सतलुज नदी को देखते हुए लुधियाना जिला प्रशासन ने एक बेहद जरूरी एडवाइजरी जारी की है। प्रशासन ने सभी नागरिकों से इस वर्ष भगवान गणेश की मूर्तियों का विसर्जन सतलुज नदी में न करने की पुरजोर अपील की है।
यह अपील श्रद्धा और सुरक्षा के बीच संतुलन बनाने के उद्देश्य से जारी की गई है। डिप्टी कमिश्नर हिमांशु जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि लगातार हो रही बारिश और बांधों से छोड़े गए पानी के कारण सतलुज नदी का जलस्तर खतरनाक रूप से ऊंचा बना हुआ है।

डिप्टी कमिश्नर ने चेतावनी देते हुए कहा, नदी में पानी का बहाव बहुत तेज है, जो कुशल तैराकों को भी बहा सकता है। इसके अलावा, नदी के किनारे नरम और अस्थिर हो गए हैं, जिससे किसी भी तरह की दुर्घटना और जान-माल के नुकसान का गंभीर खतरा है। उन्होंने कहा कि इन परिस्थितियों में नदी के पास जाना या विसर्जन का प्रयास करना जानलेवा साबित हो सकता है।
प्रशासन ने प्रत्येक नागरिक, परिवार और गणेश उत्सव समिति से आग्रह किया है कि वे इस साल पारंपरिक विसर्जन से बचें और वैकल्पिक सुरक्षित तरीकों को अपनाएं। डीसी जैन ने कहा, एक सुरक्षित विकल्प चुनकर, आप न केवल अपने जीवन की रक्षा कर रहे हैं, बल्कि सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने में प्रशासन की भी मदद कर रहे हैं। आइए हम सब मिलकर भगवान गणेश चतुर्थी को एक सुरक्षित, शांतिपूर्ण और पर्यावरण के प्रति सम्मानजनक त्योहार बनाएं।
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Impact of floods on festival










