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फिल्लौर की गली-गली में गूंज: चौधरी संतोख सिंह हम तुम्हारे साथ है, कांग्रेस की बैठकें बन रही विशाल जन सभाएं, लोगों ने जीत दिलाने का किया वादा

जालंधर (अमन बग्गा): कांग्रेस उम्मीदवार व मौजूदा सांसद चौधरी संतोख सिंह ने फिल्लौर में कई अलग-अलग जगहों पर बैठकें की जहां उन्हें लोगों का भारी समर्थन देखने को मिला। लोगों की भीड़ को देखकर उनकी जीत को लेकर अंदाजा लगाया जा सकता है। इस दौरान उन्होंने लोगों से कहा कि वह लोगों के मिल रहे इतने समर्थन के लिए आभारी है। इस बार कांग्रेस की जीत तय है। इसके अलावा फिल्लौर में सासंद चौधरी के पुत्र विक्रमजीत सिंह चौधरी का भी काफी दबदबा है जो उनके लिए काफी फायदेमंद साबित होगा।

उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार से लोगों का मोह भंग हो चुका है तथा केंद्र में राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस का सत्ता में आना तय है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने जिस तरह से नोटबंदी व जीएसटी को लागू किया है उससे देश में समूचा व्यापार व उद्योग ही बर्बाद हो गया। अभी हाल ही में उन्होंने वेस्ट हलके के विधायक सुशील रिंकू को मना लिया था जिससे उनकी जीत के रास्ते और भी साफ हो गए है। बता दें चौधरी संतोख सिंह का सीधा मुकाबला अकाली दल के उम्मीदवार चरणजीत सिंह अटवाल से होगा।

यह है चौधरी संतोख सिंह का राजनीतिक सफर
18 जून, 1946 को पंजाब के ताकतवर कांग्रेस नेता मास्टर गुरबंता सिंह के घर में चौधरी संतोख सिंह का जन्म हुआ था। संतोख सिंह 1977 में सबसे पहले पंजाब यूथ कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बने। 1988 में वह जिला कांग्रेस कमेटी जालंधर देहाती के अध्यक्ष निर्वाचित हुए। 1992 में सबसे पहले फिल्लौर विधानसभा सीट से वह विधायक पद पर चुने गए। बेअंत सिंह सरकार में वह मुख्य संसदीय सचिव बनाए गए जबकि हरचरण सिंह सरकार में उन्हें स्वास्थ्य राज्य मंत्री का पद दिया गया।

राजिन्द्र कौर भट्ठल जब मुख्यमंत्री बनीं तो चौधरी संतोख सिंह को खाद्य व आपूर्ति विभाग देते हुए कैबिनेट मंत्री बनाया गया। 2002 में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह सरकार में उन्हें कैबिनेट मंत्री का पुन:दर्जा देते हुए समाज कल्याण मंत्री बनाया गया। 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में चौधरी संतोख सिंह जालंधर लोकसभा सीट से पहली बार सांसद निर्वाचित हुए।