तिरुचिरापल्लीः तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में बोरवेल में गिरे दो साल के मासूम सुजीत विल्सन को बचाया नहीं जा सका। 72 घंटे के लंबे संघर्ष के बाद सुजीत को बाहर तो निकाल लिया गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। जिस बोरवेल में सुजीत गिरा था, उससे दुर्गंध आने लगी थीं और प्रशासन ने उसका शव बाहर निकालने से पहले ही उसे मृत घोषित कर दिया था। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। बच्चे का शव बरामद होने के बाद खुदाई प्रक्रिया रोक दी गई है।
खुदाई के काम को तेज करने के लिए जर्मनी की मशीन का भी इस्तेमाल किया गया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कांग्रेस के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी ने उसकी सलामती के लिए दुआ की थी, लेकिन सुजीत जिंदगी की जंग हार गया। भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह ने भी सुजीत की मौत पर भावुक ट्वीट किया। उन्होंने इसे अपूरणीय क्षति बताया और दुआ करते हुए लिखा कि एक और जीवन इस तरह नहीं जाना चाहिए।
बता दें, सुजीत विल्सन के बोरवेल में गिरने की सूचने के तुरंत बाद, बचाव दल मौके पर पहुंच गया था और सुजीत तक पहुंचने के लिए बोरवेल से सटे जमीन को खोदकर एक सुरंग बनाने के लिए बुल्डोजर का इस्तेमाल किया था। हालांकि, फायर सर्विस टीम ने जमीन के 10 फीट नीचे चट्टानी जगह होने के कारण ड्रिलिंग बंद कर दी थी।