
वाशिंगटन: अमेरिका में 1 अक्टूबर की सुबह एक बड़े सियासी भूचाल के साथ हुई है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार फंडिंग बिल पास कराने में नाकाम रही, जिसके चलते देश में सरकारी शटडाउन लागू हो गया है। 2019 के बाद यह पहला मौका है जब अमेरिकी सरकार को अपना कामकाज ठप करना पड़ा है। इस फैसले से लगभग 9 लाख सरकारी कर्मचारियों को बिना वेतन के जबरन छुट्टी पर भेजे जाने का खतरा पैदा हो गया है।
मंगलवार देर रात अमेरिकी सीनेट में सरकारी खर्च से जुड़े फंडिंग बिल पर वोटिंग हुई, लेकिन यह बिल बहुमत के आंकड़े से दूर रह गया। 100 सदस्यों वाली सीनेट में बिल को पास कराने के लिए 60 वोटों की जरूरत थी, लेकिन इसके समर्थन में केवल 55 वोट पड़े, जबकि 45 सांसदों ने इसके खिलाफ मतदान किया। ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी (53 सांसद) को विपक्षी डेमोक्रेट्स (47 सांसद) का समर्थन हासिल करने में विफलता मिली। हैरानी की बात यह रही कि एक रिपब्लिकन सांसद ने बिल के खिलाफ वोट किया, जबकि दो डेमोक्रेट सांसदों ने इसका समर्थन किया।

इस पूरे सियासी संकट की जड़ में ‘ओबामा हेल्थ केयर सब्सिडी प्रोग्राम’ है। डेमोक्रेटिक पार्टी स्वास्थ्य बीमा की सब्सिडी बढ़ाने की मांग कर रही थी, ताकि आम लोगों पर बोझ कम हो। वहीं, रिपब्लिकन पार्टी को डर था कि सब्सिडी बढ़ाने से सरकारी खजाने पर भारी बोझ पड़ेगा, जिससे अन्य जरूरी काम प्रभावित होंगे। शटडाउन रोकने के लिए सोमवार को राष्ट्रपति ट्रंप और डेमोक्रेटिक नेताओं के बीच हुई बैठक भी बेनतीजा रही थी।
शटडाउन के बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने इसका पूरा ठीकरा डेमोक्रेट्स पर फोड़ा है। उन्होंने पहले ही चेतावनी दी थी कि अगर बिल पास नहीं हुआ तो सरकारी कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा सकता है। वहीं, रिपब्लिकन नेताओं ने ऐलान किया है कि जब तक डेमोक्रेट्स समर्थन नहीं देते, तब तक यह बिल सीनेट में हर रोज वोटिंग के लिए पेश किया जाएगा।
शटडाउन का अमेरिका पर क्या होगा असर?
कामकाज ठप: सरकार के पास खर्च के लिए पैसा नहीं होगा, जिससे राष्ट्रीय उद्यानों से लेकर दफ्तरों तक में कामकाज बंद हो जाएगा।
कर्मचारियों पर संकट: 9 लाख कर्मचारियों को सैलरी नहीं मिलेगी और उन्हें घर बैठना पड़ सकता है।
क्या रहेगा चालू?: मेडिकल सर्विस, सीमा सुरक्षा और हवाई सेवाओं जैसी आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी।
अमेरिका में पिछले 50 सालों में यह 20वां शटडाउन है। खुद ट्रंप के पिछले कार्यकाल में 3 बार शटडाउन हुआ था। 2019 में हुआ 35 दिनों का शटडाउन अमेरिका के इतिहास का सबसे लंबा शटडाउन था, जिससे अमेरिकी अर्थव्यवस्था को 25 हजार करोड़ रुपए का भारी नुकसान हुआ था।
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The jobs of 9 lakh employees are in danger.










