नई दिल्ली: ऊर्जा मंत्रालय का कहना है कि इस समय देश में कोयले से चलने वाले पावर प्लांट के पास कोयले का स्टॉक कम दिनों के लिए बचा है। ऐसी सूरत में अगर तात्कालिक उपाय नहीं निकाले गए तो ऊर्जा संकट का सामना करना तय है।
केंद्रीय बिजली प्राधिकरण (सीईए) की बिजली संयंत्रों के लिए कोयला भंडार पर ताजा रिपोर्ट से यह भी पता चला है कि 25 ऐसे बिजली संयंत्रों में तीन अक्टूबर को सात दिन से भी कम समय का कोयला भंडार था। कम से कम 64 ताप बिजली संयंत्रों के पास चार दिनों से भी कम समय का ईंधन बचा है। सीईए 135 बिजली संयंत्रों में कोयले के भंडार की निगरानी करता है, जिनकी कुल उत्पादन क्षमता दैनिक आधार पर 165 गीगावॉट है।
यह है तस्वीर
देश में बिजली उत्पादन में कोयले से चलने वाले प्लांट की हिस्सेदारी 70 फीसद
देश में कुल 135 थर्मल प्लांट में से 72 के पास सिर्फ 3 दिन के लिए कोयले का स्टॉक
50 पावर प्लांट के पास चार से 10 दिन का स्टॉक
और शेष प्लांट के पास 10 दिन से अधिक कोयला का स्टॉक
परेशानी की वजह
कोयले के उत्पादन में कमी और आयात में आ रही परेशानी
मानसून की वजह से कोयले के उत्पादन में कमी
कोयले के खदानों में पानी भरा है लिहाजा उत्पादन में गिरावट दर्ज
Power crisis could deepen in the country, find out the reason behind it