
जालंधर: जालंधर भाजपा में चल रही अंदरूनी कलह रविवार को उस समय खुलकर सतह पर आ गई, जब पार्टी के शहरी मीडिया इंचार्ज तरुण कुमार ने अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे के पीछे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया की कम हाजिरी को कारण बताया जा रहा है, जिसका ठीकरा तरुण कुमार पर फोड़ा गया। इस घटना ने पार्टी के भीतर चल रही गुटबाजी को एक बार फिर हवा दे दी है।
तरुण कुमार ने सोशल मीडिया पर एक संक्षिप्त पोस्ट लिखकर अपने इस्तीफे का ऐलान किया। उन्होंने लिखा, मैं तरुण कुमार, जालंधर भाजपा शहरी के मीडिया इंचार्ज के पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देता हूं और आगे से पार्टी में कार्यकर्ता के रूप में सेवा करता रहूंगा। जब इस बारे में उनसे बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया और सिर्फ इतना कहा, मैं इंचार्ज पद पर नहीं रहूंगा, पार्टी का कर्मठ कार्यकर्ता हूं और संगठन की सेवा करूंगा। यह कहकर उन्होंने फोन काट दिया।

पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, इस इस्तीफे के पीछे की असली वजह पार्टी महासचिव सरीन की एक प्रेस वार्ता है, जो हाल ही में जालंधर में हुई थी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों की उपस्थिति बेहद कम थी, जिससे पार्टी नेतृत्व नाराज हो गया। सूत्रों का कहना है कि इसका सारा गुस्सा मीडिया इंचार्ज तरुण कुमार पर निकाला गया, जिससे आहत होकर उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
राजनीतिक गलियारों में यह भी चर्चा है कि जालंधर भाजपा के प्रधान सुशील शर्मा खुद मीडिया से काफी दूरी बनाकर चलते हैं। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि जब अध्यक्ष ही मीडिया से संवाद नहीं रखते, तो प्रेस कॉन्फ्रेंस में कम हाजिरी के लिए सिर्फ मीडिया इंचार्ज को बलि का बकरा क्यों बनाया गया? इस घटना ने यह साफ कर दिया है कि जालंधर भाजपा में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।
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Internal conflict in Jalandhar BJP




