जालंधरः पंजाब में अनूसुचित जाति से संबंधित छात्रों के लिए पोस्ट मैट्रिक वजीफा योजना में हुए घोटाले और उत्तर प्रदेश में हाथरस कांड के विरोध में संत समाज संघर्ष कमेटी के आह्वान पर शनिवार को वाल्मीकि समाज ने चक्का जाम किया। तीन घंटे के इस चक्का जाम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), आम आदमी पार्टी (आप) और अन्य संगठन भी शामिल हुए। चक्का जाम सुबह 10 बजे से अपराह्न एक बजे तक जारी रहा।
पुलिस आयुक्त गुरप्रीत सिंह भुल्लर और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संदीप गर्ग ने अधिकारियों की सुरक्षा बंदोबस्त पर विचार विमर्श किया। पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया। पंजाब सफाई मजदूर फेडरेशन के प्रधान एवं वरिष्ठ अकाली नेता चंदन ग्रेवाल के नेतृत्व में शुक्रवार को हुई बैठक में फैसला किया गया था कि शनिवार सुबह 10 बजे से लेकर अपराह्न तीन बजे तक कंपनी बाग चौक में प्रदर्शन किया जाएगा।
संत समाज ने कथित वजीफा घोटाले में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा कैबिनेट मंत्री साधु सिंह धर्मसोत को क्लीन चिट दिए जाने के विरोध में 10 अक्तूबर को चक्का जाम की चेतावनी दी थी। इसके बाद भाजपा ,‘आप’, श्रीगुरु रविदास संघर्ष कमेटी, एनएससीए और स्थानीय स्तर पर भी कई संगठनों ने संत समाज के कार्यक्रम को समर्थन दिया था।
‘आप’ ने वीरवार को इसी मामले को लेकर मुख्यमंत्री के फार्म हाउस को भी घेरने की कोशिश की थी। भाजपा भी सड़कों पर उतरकर कैबिनेट मंत्री साधु सिंह धर्मसोत की बर्खास्तगी की मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रही है। मुद्दों पर विचार करने के लिए संत समाज संघर्ष कमेटी और अन्य संगठनों ने सरकार को सात अक्तूबर तक का अल्टीमेटम दिया था।
पंजाब बंद का जालंधर, अमृतसर, मोगा और रोपड़ में पूरा असर दिखा जबकि लुधियाना और गुरदासपुर में बंद बेअसर रहा। स्थानीय बीएसएफ चौक पर भाजपाइयों ने पोस्टमैट्रिक स्कॉलरशिप के खिलाफ धरना लगाया और अकाली नेताओं ने गोपाल नगर में आरएसएस मुख्यालय को घेरा। दलित नेताओं ने शहर में कई जगह धरना लगाया और रोष मार्च किया।