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जालंधर में चाइना डोर ने ली मासूम की जान, जिंदगी और मौत से लड़ रहे बच्चे ने अस्पताल में तोड़ा दम

जालंधर: पाबंदी के बावजूद धड़ल्ले से बिक रही चाइना डोर ने आज एक मासूम की जान ले ली। झांसी कॉलोनी में करीब एक हफ्ते पहले चाइनीज मांजा में करंट आने से झुलसे 13 साल के बच्चे ने आज अस्पताल में दम तोड़ दिया है। वह अपने मां-बाप का इकलौता बेटा था। घर में उसकी एक छोटी बहन है। आज उसका अंतिम संस्कार किया गया। मृतक अंकुश शिव शक्ति पब्लिक स्कूल में 6वीं कक्षा में पढ़ता था। पतंग उड़ाते वक्त चाइनीज मांझा हाई वोल्टेज लाइन की चपेट में आ गया। इसी से करंट लगने से वह बुरी तरह झुलस गया था।

उधर, पुलिस का कहना है कि अंकुश ने ट्रांस्फार्मर से पतंग छुड़ाते हुए लोहे की पाईप का इस्तेमाल किया था जिसकी वजह से करंट आया। करंट के बाद अंकुश 90 फीसदी झुलस गया था। उसे सिविल अस्पताल में लेजाने के बाद लुधियाना रैफर कर दिया गया था। एक सप्ताह तक मौत से लड़ने ने बाद आज अंकुश ने दम तोड़ दिया।

बता दें, झांसी कॉलोनी में करीब एक हफ्ते पहले हुए हादसे में अंकुश का दोस्त शुभम भी झुलस गया था। अंकुश के पिता कौशल और मां सुनीता ने कहा कि ट्यूशन से आने के बाद अंकुश पतंग उड़ाने के लिए चला गया था। वहां उसे करंट लग गया और वह 90 फीसदी झुलस गया था। वहां से उसे गंभीर हालत में सिविल अस्पताल लाया गया। जहां से निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया। हालांकि, इतने दिन तक दर्द सहने के बाद अंकुश ने दम तोड़ दिया। इस हादसे में झुलसे दूसरे बच्चे की हालत ठीक है।