
जालंधर: मंगलवार को हुई मूसलाधार बारिश ने पूरे शहर को जलमग्न कर दिया है, जिससे सामान्य जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जगह-जगह जलभराव के कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, रोपड़ हेडवर्क्स से 1.14 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के बाद सतलुज दरिया के किनारे बसे इलाकों में बाढ़ का खतरा भी मंडराने लगा है।
आज सुबह से हो रही बारिश के कारण शहर के लगभग सभी प्रमुख इलाके पानी में डूब गए। हालात इतने खराब हो गए कि जालंधर कोर्ट परिसर में भी पानी भर गया, जिसके चलते आज का सारा कामकाज ठप करना पड़ा। शहर की सबसे प्रमुख सड़कों में से एक, नकोदर चौक से वर्कशॉप चौक तक का मार्ग पहले से ही टूटा हुआ था और अब जलभराव ने इसे और भी खतरनाक बना दिया है। मजबूरन लोगों को इसी रास्ते से गुजरना पड़ रहा है, जिससे हादसों का अंदेशा बना हुआ है।

इस बीच, डिप्टी कमिश्नर हिमांशु अग्रवाल ने सतलुज किनारे बसे इलाकों के लिए अलर्ट जारी किया है। उन्होंने बताया कि रोपड़ के फ्लड गेट खोलकर 1.14 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया है, जिसका सीधा असर फिल्लौर, शाहकोट और आसपास के गांवों पर पड़ सकता है। प्रशासन ने इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए तैयार रहने को कहा है।
गौरतलब है कि पंजाब के 12 जिले पहले से ही बाढ़ की चपेट में हैं और जालंधर को भी बाढ़ संभावित क्षेत्रों की सूची में रखा गया है, जिससे मौजूदा बारिश ने चिंता और बढ़ा दी है।
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Havoc due to rain in Jalandhar










