नई दिल्लीः भारतीय जनता पार्टी ने सत्ता में लौटने पर किसानों-छोटे व्यापारियों के लिए पेंशन एवं आसान ऋण के साथ कई अन्य सुविधाएँ देने तथा पाँच साल में गरीबी रेखा से नीचे रहने वालों की संख्या 10 प्रतिशत से कम पर लाने का वादा किया है और जम्मू-कश्मीर से संबंधित अनुच्छेद 370 एवं 35ए को समाप्त करने तथा राममंदिर निर्माण की प्रतिबद्धता दोहरायी है। यह पहला मौका है जब भाजपा के घोषणा पत्र में ‘गाय’ का जिक्र नहीं है।
भाजपा ने अपने ‘संकल्प पत्र’ को पार्टी मुख्यालय में ‘संकल्पित भारत, सशक्त भारत’ की टैगलाइन के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अरुण जेटली और सुषमा स्वराज व अन्य नेताओं की उपस्थिति में जारी किया। इस घोषणा पत्र में पार्टी ने कहा कि बीते पांच वर्षो में उसने निर्णायक कार्रवाई और दृढ़ नीति के तहत जम्मू एवं कश्मीर में शांति स्थापित करने के सभी जरूरी उपाय किए हैं।
भाजपा ने इसके साथ ही नागरिकता संशोधन विधेयक लागू करने पर प्रतिबद्धता जताई, लेकिन साथ ही स्पष्ट किया कि पार्टी इस विधेयक के प्रति असंतुष्टि जताने वाले पूर्वोत्तर भारत के लोगों के समक्ष मुद्दे को स्पष्ट करने का हरसंभव प्रयास भी करेगी। भाजपा के प्रमुख वादे इस प्रकार हैं….
– राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति पूर्ण प्रतिबद्धता।
– आतंकवाद के खिलाफ जीरो टालरेंस।
– समान नागरिक संहिता लागू करने की प्रतिबद्धता।
– अवैध प्रवजन को पूरी तरह रोकना।
– नागरिकता संशोधन विधेयक के प्रति प्रतिबद्धता, लेकिन सुनिश्चित करना कि राज्यों की पहचान नहीं प्रभावित हो।
– अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए सभी संभावनाएं तलाशना।
किसानों के लिए :
– किसानों की आय 2022 तक दोगुनी करना।
– किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए एक लाख रुपये तक कर्ज पर पांच सालों तक ब्याज दर नहीं।
– ग्रामीण इलाकों में पांच साल में 25 लाख करोड़ रुपये खर्च करना।
– पीएम-किसान को सभी किसानों तक पहुंचाना।
– छोटे व सीमांत किसानों को 60 साल की आयु के बाद सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पेंशन।
– सभी लंबित सिंचाई योजनाओं को 2022 तक पूरा करने का प्रयास
अन्य वादे :
– राष्ट्रीय व्यापार अयोग की स्थापना।
– एक साथ चुनाव के वादे को आगे बढ़ाना।
– सभी घरों का 100 फीसदी विद्युतीकरण।
– सभी गरीबों को एलपीजी सिलिंडर।
– शीर्ष कानून, इंजीनियरिंग कॉलेजों में सीटें बढ़ाना।
– घर-घर में शौचालय, पेय जल।
– 100 फीसदी कचरा प्रबंधन।
– 75 नए मेडिकल कॉलेज, परास्नातक संस्थान।
– आयुष्मान भारत के तहत 1.5 लाख कल्याण केंद्र
– 2022 तक साफ होगी गंगा।
– पांच सालों में बुनियादी ढांचे पर 100 करोड़ रुपये खर्च करने का वादा।