अमृतसर: अमृतसर के तहसील अजनाला के कस्बा रामदास के रहने वाले 33 वर्षीय गुरप्रीत सिंह की अमेरिका जाते समय रास्ते में मौत हो गई। गुरप्रीत की मृत्यु ग्वाटेमाला के पास हुई।
गुरप्रीत सिंह अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए ‘डंकी रूट’ (अवैध मार्ग) से अमेरिका जा रहा था। वह छह बहनों का इकलौता भाई था। जानकारी के अनुसार, गुरप्रीत तीन महीने पहले एक एजेंट के माध्यम से अमेरिका के लिए रवाना हुआ था।
यात्रा के दौरान, ग्वाटेमाला के पास, गुरप्रीत को दिल का दौरा पड़ा, जिससे उसकी मौके पर ही मृत्यु हो गई। गुरप्रीत के साथ यात्रा कर रहे एक अन्य युवक ने फोन पर उसके परिवार को इस दुखद घटना की सूचना दी।
गुरप्रीत के परिवार ने बताया कि वह छह साल पहले वर्क परमिट पर इंग्लैंड गया था, लेकिन वहां से लौट आया था। इस बार, उसने अमेरिका में बसने का सपना देखा था, जो दुर्भाग्यवश पूरा नहीं हो सका। गुरप्रीत की मौत की खबर से परिवार में मातम छा गया है।
गुरप्रीत की बहनों और माता-पिता ने भारत सरकार से भावुक अपील की है कि उनके बेटे के पार्थिव शरीर को भारत वापस लाने में मदद की जाए, ताकि वे उसका अंतिम संस्कार कर सकें। गुरप्रीत की बहनों ने कहा कि उनका भाई उनके लिए सब कुछ था और उन्होंने सरकार से शव को वापस लाने की गुहार लगाई है।
घटना की जानकारी मिलने पर कैबिनेट मंत्री कुलदीप धालीवाल भी गुरप्रीत के परिवार से मिलने पहुंचे। उन्होंने कहा कि अजनाला के रामदास पिंड में 36 लाख देकर डंकी रूट से अमेरिका जा रहे युवक की रास्ते में मौत हो गई। उन्होंने दुख व्यक्त करते हुए पंजाब के युवाओं से अपील की कि वे गैरकानूनी तरीकों से विदेश न जाएं। उन्होंने कहा कि यदि युवाओं के पास विदेश जाने के लिए लोन लेकर जमा किए गए पैसे हैं, तो वे पंजाब में ही अपना व्यवसाय शुरू करें, और मान सरकार उन्हें पूरी मदद करेगी।
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A Punjabi youth going to America died on the Donkey route