जालंधर (अमन बग्गा) जिस पुडा विभाग ने पंजाब सरकार का खजाना भरना था वही पुडा विभाग के कुछ अधिकारी अपनी जेबें भरने तक सीमित रह गए है।
JDA/PUDA अधिकारियों के पास तो बड़ी बड़ी गाड़ियां, आलीशान कोठियां, बड़े बड़े बैंक बैलेंस बन गए लेकिन सरकार का खजाना सरकारी रेवन्यू के तरसता नजर रहा !
हैरानी की बात यह है कि न तो चंडीगढ़ में बैठे विभाग के सीनियर अधिकारी इस बड़ी धांधली पर नजर मार रहे है न ही कैप्टन सरकार रिश्वतखोरों पर कोई एक्शन ले रही है।
दरअसल मामला अवैध कॉलोनियों का है जो हमेशा ही सुर्खियों और विवादों में रहा है। Puda के एक खास अधिकारी ने कॉलोनाइजर घुम्मन संग यहां यारी भी निभाई और साथ ही मोटी कमाई भी कर डाली है।
आप को बता दें कि यह अधिकारी ACA अनुपमा कलेर और EO नवनीत बल्ल का बेहद चहेता व ख़ास अधिकारी है, और इसी अधिकारी की मेहरबानी से कैप्टन का खज़ाना खाली रहता है।
कॉलोनाइजर घुम्मन ने विभाग के कई अधिकारियों के साथ सांझ गांठ करके सरकार को ऐसा घुमा डाला कि सरकार को लाखों करोड़ों का चूना लग गया !
घुम्मन कॉलोनाइजर ने भोगपुर के लड़ोइ गांव में अवैध कॉलोनी और तकरीबन दर्जनों भर अवैध दुकानें काट कर नियमों की धज्जियां उड़ा डाली।
इस बात का भी अंदेशा है कि पुडा के एक अधिकारी ने इस अवैध कॉलोनी और अवैध दुकानों को काटने में कॉलोनाइजर की मदद कर यहां मित्रता निभाई वही साथ में मोटी कमाई भी की । कॉलोनाइजर ने उक्त अधिकारी की जेबें गुलाबी नोटों से भर दी ।
अब देखना यह होगा कि अगर इस कॉलोनी को काटने में पुडा अधिकारियों की तरफ से रिश्वतखोरी का कोई खेल नही खेला गया तो तुरन्त विभाग के अधिकारी इस कॉलोनी के खिलाफ और कॉलोनाइजर के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।
अन्यथा कार्रवाई न होने का मतलब साफ है कि दाल में बहुत कुछ काला है।
गौरतलब है कि जल्द ही एक समाज सेवक छवि वाला व्यक्ति पंजाब के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस पूरे मामले की विजिलेंस जांच कराने और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करवाने के लिए मैदान में उतर रहा है।
इन इस शिकायत के जरिए अवैध कॉलोनियों को काटने वाले सभी अधिकारियों को तत्काल बर्खास्त करने की मांग हो सकती है।