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सूडान में फंसे पठानकोट के तीन युवक सुरक्षित घर वापस लौटे, जान बचाने के लिए सरकार का किया शुक्रिया

पठानकोट: सूडान में चल रहे गृह युद्ध में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा किए जा रहे विशेष प्रयासों से पठानकोट जिले के अब तक तीन युवक सुरक्षित आने घर वापस लौट चुके हैं।

पठानकोट के तहसीलदार लक्षमण सिंह ने शनिवार को बताया कि दो दिन पहले गांव कानवां निवासी युवक सूडान से लौटा था तो आज दो व्यक्तियों को सुरक्षित जिला तहसील आफिस की ओर से उन्हें उनके घर तक पहुंचाया गया है। सूडान से वापिस घर लौटने की खुशी दोनों व्यक्तियों के चेहरे पर साफ दिखाई दे रही थी।

लक्षमण सिंह ने बताया कि शहर के चार मरला क्वार्टर निवासी सुखदेव सिंह और अनूप शहर के निवासी जतिन्द्र सिंह सूडान से वापिस लौटे हैं। उन्होंने बताया कि दोनों युवक एक ही कंपनी में काम करते थे तथा तीन से चार महीने पहले ही अपने घरों में छुट्टियां बिता कर सूडान लौटे थे। उक्त दोनों युवकों ने बताया कि सूडान में हर तरफ गोलियां चल रही हैं और सड़कें बम धमाकों से दहल रही हैं। वहां पर फैली अव्यवस्था के कारण कोई भी सुरक्षित नहीं है। कब लोग हथियारों से लैस किसी के घरों में घुस जाएं, कुछ कहा नहीं जा सकता।

युवकों ने बताया कि लोग हथियारों के बल पर वह सब कुछ लूट कर चले जाते हैं और विरोध करने पर गोली मार दी जाती है। उन्होंने बताया कि लगभग चार हजार भारतीय वहां थे, जिनमे से के करीब 2500 भारतीय को भारत सरकार के सहयोग से निकाला जा चुका है, जबकि करीब 1500 अभी भी सहायता की प्रतीक्षा में हैं। उन्होंने केन्द्र और राज्य सरकार का धन्यवाद किया, जिनके प्रयासों से वे सुरक्षित अपने घर पहुंच पाए हैं।

Three youths of Pathankot stranded in Sudan returned home safely, thanked the government for saving their lives