जालंधर (अमन बग्गा): Deep Fake: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के गलत इस्तेमाल को लेकर देश भर में चिंता बढ़ रही है।
‘डीपफेक’ के जरिए वीडियो या फोटो में छेड़छाड़ कर किसी ऐसे व्यक्ति के चेहरे को उसमें इंसर्ट किया जाता है जो उस वीडियो का हिस्सा ही नहीं होता। इस तकनीक के माध्यम से छेड़छाड़ कर बनाए गए वीडियो फोटो में असली और नकली का अंतर बता पाना मुश्किल होता है।
‘डीपफेक’ के इस्तेमाल से किसी व्यक्ति के बारे में गलत सूचना फैलने और उसकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचने का खतरा होता है।
ऐसा ही नया मामला जालंधर से सामने आया है। लम्बा पिंड चौक के नजदीक अर्जुन नगर एरिया में पड़ते सेंट सोल्जर स्कूल के प्रिंसिपल मनीष अरोड़ा की Deepfake का इस्तेमाल कर आपत्तिजनक फोटो बनाकर वायरल की जा रही है।
इस मामले में PLN न्यूज की तरफ से जब प्रिंसिपल मनीष अरोड़ा से बात की तो उन्होंने बताया कि ये फोटो एडिट की गई है। Deepfake के माध्यम से फोटो को एडिट करके वायरल किया जा रहा है। जो कि मुझे बदनाम करने का षड्यंत्र किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ पेरेंट्स ने मुझे फोटो दिखाई है जिस के बाद पेरेंट्स को सच्चाई बता दी गई है।
Deep Fake: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के खिलाफ 7 दिन में नए नियम लाएगी सरकार
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने मंगलवार को कहा कि सरकार अगले 7 से 8 दिनों में संशोधित IT नियम जारी करने जा रही है।
पिछले महीने, सरकार ने सभी प्लेटफॉर्मों को आईटी नियमों का पालन करने का निर्देश दिया था और कंपनियों को प्रतिबंधित सामग्री के बारे में यूजर्स को स्पष्ट और सटीक शब्दों में सूचित करने का निर्देश दिया था।
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सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म अगर नियमों का पालन करने में विफल होता है तो उससे सख्ती से निपटा जाएगा और कानूनी परिणाम भुगतने होंगे।
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Principal of St.Soldier School in Jalandhar became a victim of Deepfake, obscene photos with teachers were made viral with the help of artificial intelligence