नई दिल्ली: जहां एक ओर पूरी दुुनिया कोरोना के कहर से जूझ रही है वहीं दक्षिण कोरिया ने मात्र 3 काम करके कोरोना वायरस को दो महीनों के भीतर ऐसी शिकस्त दी है कि अब ये पूरी दुनिया के लिए नजीर बन रहा है। अगले दो हफ्तों मे कोरियन सरकार अपने स्कूल भी खोलने जा रही है। दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका तक ने खुद दक्षिण कोरिया से मदद मांगी है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेइन को फोन करके मदद की गुहार लगाई है। ट्रंप ने दक्षिण कोरिया को जल्द से जल्द टेस्ट किट मुहैया कराने की गुजारिश की है ताकि अमेरिका में बढ़ रहे कोरोना वायरस को रोका जा सके।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दक्षिण कोरिया ने बढ़ते कोरोना वायरस से बचने के लिए सिर्फ तीन चीजों पर काम किया। पहला, देश के सभी सरकारी और निजी लैब में कोरोना वायरस का टेस्ट शुरू किया। रोजाना लगभग 20 हजार लोगों का कोरोना वायरस टेस्ट किया गया। दूसरा, देश के हर एक नागरिक को फोन में संपर्क किया और आसपास पाए जाने वाले कोरोना वायरस मामले से अवगत कराया ताकि लोग खुद ही घर से बाहर न निकलें। चर्च और अन्य धार्मिक स्थलों में पादरियों को हिदायत दी कि लोगों को वहां आने से रोके। जानकारों का कहना है कि ये तीन फॉर्मूले इतने प्रभावी साबित हुए कि मात्र दो महीने के भीतर कोरोना वायरस पर दक्षिण कोरिया ने काबू पा लिया।
बता दें, कि पूरी दुनिया में कोरोना वायरस से लगभग 4।16 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं। इस घातक वायरस से अब तक 18,589 लोगों की मौत हो चुकी है। अकेले दक्षिण कोरिया में अब तक 9,137 लोग संक्रमित हुए हैं। इनमे से 126 दम तोड़ चुके हैं।