पंजाब के पटियाला में एक बेहद अजीबोगरीब मामला सामने आया है। 26 साल की अपनी जिस बेटी को मरा हुआ जानकर घरवालों ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया, वह चार दिन बाद बुधवार को सुरक्षित घर लौट आई। यह देखकर परिजनों और पड़ोसियों की आंखें खुली की खुली रह गईं। बाद में पता चला कि अपनी बेटी के धोखे में उन लोगों ने किसी और युवती के शव का अंतिम संस्कार कर दिया। अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी हुई है कि आखिर वो युवती थी कौन।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 12 दिसंबर को सनौर व देवीगढ़ रोड़ पर स्थित दक्षिण बाईपास के निकट बुधवार सुबह अज्ञात महिला का शव बरामद हुआ। शव मिलने के दो दिन बाद पटियाला के एक परिवार के शव की पहचान अपने बेटी नैना रानी के रूप में की। जिसकी शादी रुपनगर जिले में चमकोर साबिह उपखंड के एक गांव में हुई है। पहचान होने के बाद पुलिस ने शव परिवार को सौंप दिया। परिवार वालों ने अपनी बेटी समझ शव का अंतिम संस्कार कर दिया। परिवार वालों ने बेटी की हत्या के पीछे एक ट्रक ड्राइवर को जिम्मेदार ठहराया जो नैना से प्यार करता था। दोनों कही चले भी गए थे
डीएनए और फिंगरप्रिंट्स से की जाएगी पहचान
सदर पुलिस स्टेशन के एसएचओ जे. एस. तिवाना ने बताया, ‘हमने युवती के शव का डीएनए और फिंगरप्रिंट्स सुरक्षित रख लिया था, अब इसके जरिये उसकी पहचान की जाएगी।’ बोरी में बंद इस शव को किसान जीवन सिंह के खेत में फेंक दिया गया था। नजर पड़ने पर उसने पुलिस को सूचना दी थी। पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और शव को गवर्नमेंट राजेंद्र हॉस्पिटल की मर्चुरी में रखवा दिया। फोरेंसिक एक्सपर्ट भी घटनास्थल पर सबूत जुटाने पहुंचे थे। मृत युवती के गले पर कुछ निशान पड़े थे जिससे यह अंदाजा लगाया गया कि गला दबाकर उसकी हत्या की गई थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से भी इस बात की तस्दीक हो गई।