You are currently viewing दिल्ली सरकार-LG विवाद में कूदे CM मान, बोले- देश को प्रधानमंत्री, 30-31 राज्यपालों से ही चलाना है तो चुनाव पर करोड़ों रुपए ख़र्च करने की क्या ज़रूरत

दिल्ली सरकार-LG विवाद में कूदे CM मान, बोले- देश को प्रधानमंत्री, 30-31 राज्यपालों से ही चलाना है तो चुनाव पर करोड़ों रुपए ख़र्च करने की क्या ज़रूरत

चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार कहा कि यदि देश को एक प्रधानमंत्री और 30-31 राज्यपालों से ही चलाना है तो चुनाव प्रक्रिया पर करोड़ों रुपये ख़र्च करने की ज़रूरत क्या है।

मान ने शनिवार जारी एक बयान में कहा कि भगवा पार्टी ने ग़ैर-लोकतांत्रिक ढंग से विरोधी पक्षों की आवाज़ को दबाकर लोकतंत्र की मूल भावना को गहरी चोट पहुंचायी है। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने देश में लोकतंत्र की मर्यादा को अपूरणीय क्षति पहुँचायी है, जो समूचे देश और यहाँ के लोगों के लिए बहुत घातक है। उन्होंने कहा कि देश में ‘लोकतंत्र के कत्ल’ के गुनाह से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के समूचे नेतृत्व के हाथ रंगे हुए हैं।

उन्होंने कहा, यदि भारत के संविधान में ऐसे अक्षम्य अपराध के लिए कोई सज़ा की व्यवस्था होती तो भाजपा का समूचा नेतृत्व फांसी के फंदे पर लटका होता।

उन्होंने कहा कि गलत और संकुचित सोच वाले इन नेताओं ने लोकतांत्रिक मूल्यों का नुकसान करके भारतीय संविधान के सरपरस्तों विशेषकर बाबा साहेब डाॅ भीमराव अम्बेडकर का घोर निरादर किया है। उन्होंने कहा कि इससे देश के लोकतांत्रिक ढांचे और भारतीय संविधान में अटूट आस्था रखने वाले देश के हर निवासी के मन को गहरी ठेस पहुँची है। उन्होंने कहा कि देश के लोग भाजपा को इस घिनौनी हरकत के लिए कभी भी माफ नहीं करेंगे और उनको मुँह-तोड़ जवाब देंगे।

मान ने व्यंग्य करते हुये कहा, यदि देश को एक प्रधानमंत्री और 30-31 राज्यपालों से ही चलाना है तो चुनाव प्रक्रिया पर करोड़ों रुपए ख़र्च करने की क्या ज़रूरत रह जाती है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में लोग सर्वोच्च होते हैं और सरकार उनके द्वारा चुने गए लोगों द्वारा चलाई जाती है लेकिन अफ़सोस की बात है कि भाजपा के नादिरशाही निज़ाम के दौरान केंद्र के कुछ चुने हुए व्यक्ति राज्यों के मामलों में अनावश्यक दखलअन्दाज़ी कर रहे हैं, जो असहनीय है।

CM Mann jumped into the Delhi government-LG dispute