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‘तेरा क्या होगा कालिया…’ पार्षद सुशील कालिया, परिवार और रिश्तेदारों समेत 18 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

-फर्जी सोसायटियां बनाकर डकार गए 60 लाख रुपए

-आप नेता दिनेश ढल्ल का आरोप- विधायक बावा हैनरी की मिलीभगत से हुआ घोटाला

जालंधर: फर्जी सोसायटी बनाकर 60 लाख रुपए गबन करने के आरोप में कांग्रेस पार्टी के पार्षद सुशील कालिया, उनके बेटे अंशूमन कालिया, अन्य रिश्तेदारों समेत 18 लोगों के खिलाफ थाना 8 में गबन करने और षड्यंत्र रचने की भारतीय दंड संहिता की धारा 409 और 120बी के तहत 6 मामले दर्ज किए गए है। दरअसल, लोक निर्माण विभाग की ओर से पिछले साल नॉर्थ विधानसभा क्षेत्र के विधायक बावा हैनरी के विशेष पार्षद सुशील कालिया को उनके द्वारा बनाई फर्जी सोसाइटियों को कम्युनिटी हाल बनाने के लिए 10-10 लाख रुपए की सरकारी ग्रांट दी गई थी। लेकिन हैरान करने वाली बात तो यह है कि खाते में से पैसे तो खर्च हो गए, लेकिन कम्युनिटी सेंटर कभी बना ही नहीं। आरोप है कि पार्षद पैसे अपने बेटे और परिवार के सदस्यों के खातों में ट्रांसफर कर डकार गए।

घोटाले की शिकायत डीसी ऑफिस में पहुंचने के बाद उन्होंने मामले की जांच एडीसी (विकास) वरिंदरपाल सिंह बाजवा को सौंपी। एडीसी ने जो जांच की, उसमें कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। एडीसी वरिंदर पाल सिंह बाजवा ने पाया कि सरकारी ग्रांटों का वहां इस्तेमाल ही नहीं हुआ, जहां के लिए ग्रांटें जारी हुई थीं। जांच में हैरान कर देने बात सामने आई कि इस सोसायटी में सारे सदस्य पार्षद सुशील कालिया समेत उनके फैमिली मेंबर ही हैं। खुद ही प्रस्ताव डाले और खुद ही कम्युनिटी सेंटर बनाने के नाम पर पैसे निकलवा कर हजम कर गए। एडीसी बाजवा ने सारी रिपोर्ट तैयार करके इंडस्ट्रीयल सोसाइटी डिवैल्पमैंट, इंडस्ट्रीयल सोसाइटी वेल्फेयर व डिवैल्पमैंट जालंधर, भाई लालो के नाम भी बनाई सोसाइटी, शहीद भगत सिंह वैल्फेयर हाऊसिंग सोसाइटी, शिव नगर यूथ वैल्फेयर सोसाइटी समेत 6 सोसाइटी के पदाधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। यह 6 एफआईआर थाना 8 में दर्ज की गई हैं।

एक पत्रकार वार्ता में जानकारी देते हुए आम आदमी पार्टी के नेता दिनेश ढल्ल ने कहा कम्युनिटी सेंटर के नाम पर जो घोटाला हुआ है, उसमें विधायक बावा हेनरी की भी मिलीभगत है। जब कोई विधायक किसी विकासात्मक कार्य के लिए अपनी निधि से फंड जारी करता है तो वह उस कार्य पर लग रहा है या नहीं, इसकी निगरानी करना भी विधायक का काम होता है। इसलिए घोटाले में विधायक भी बराबर के दोषी हैं। दिनेश ढल्ल ने कहा कि जिन लोगों को विधायक ने ग्रांट कम्युनिटी सेंटर के नाम पर फंड जारी की थी, वह विधायक के खासमखास लोगों में से हैं।

Case registered against 18 people including councilor Sushil Kalia, family and relatives, ‘Tera kya hoga kalia…’