जालंधर: पंजाब में जालंधर के जिला उपायुक्त घनश्याम थोरी ने स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग के आधिकारियों को कहा कि अगस्त महीने के अंत तक ज़िले के सभी सरकारी और प्राइवेट शैक्षिक संस्थानों में सभी टीचिंग और नान टीचिंग स्टाफ का पूरा कोविड टीकाकरण (दोनों ख़ुराकों) सुनिश्चित किया जाए।
स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों की संयुक्त बैठक की अध्यक्षता करते हुए बुधवार को डिप्टी कमिश्नर ने आदेश दिए कि सरकारी और प्राइवेट स्कूलों और कालेजों में विशेष कोविड वैक्सीन टीकाकरण अभियान चला कर यह यकीनी बनाया जाए कि कोई भी कोविड वैक्सीन का टीका लगाने से न रह जाए। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को आदेश दिए कि टीचिंग और नान-टीचिंग स्टाफ जिन्होंने एक या दोनों कोविड वैक्सीन की ख़ुराकें लगा ली हैं, की सूची बनाई जाए। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक वह वैक्सीन की दोनों ख़ुराकें नहीं लेते किसी को भी स्कूलों में डियूटी पर उपस्थित होने की इजाज़त नहीं दी जानी चाहिए।
बैठक दौरान ज़िला शिक्षा अधिकारी (सेकेंडरी) और ज़िला शिक्षा अधिकारी (एलिमेंट्री) को दो दिनों में कोविड टीकाकरण करवाने से रहते अध्यापकों की सूचना एकत्रित कर इसे गूगल शीट पर ज़िला टीकाकरण अधिकारी के साथ सांझी करने के लिए कहा जिससे सबंधित स्कूलों में कैंप लगाए जा सकें।
इस अवसर पर डिप्टी कमिश्नर ने स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग के आधिकारियों को यह भी आदेश दिए कि स्कूलों में कोविड प्रोटोकाल, जिनमें मास्क पहनना, हाथ धोने और अन्य मापदंड शामिल हैं, का सख़्ती के साथ पालन किया जाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को कहा कि स्कूलों में आरटी पीसीआर टेस्ट को सुनिश्चित किया जाए, जिससे वायरस को फैलने से रोका जा सके।
No teacher is allowed to attend school without this work, DC Ghanshyam Thori issued instructions