बेंगलुरु: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का PSLV-C61 रॉकेट लॉन्च मिशन सफल नहीं हो सका। लॉन्च के बाद तीसरे चरण के दौरान एक तकनीकी खराबी का सामना करना पड़ा, जिसके कारण मिशन अधूरा रह गया। इसकी जानकारी खुद इसरो प्रमुख वी. नारायणन ने दी।
वी. नारायणन ने बताया कि सैटेलाइट के लॉन्च का पहला और दूसरा चरण सामान्य रहा, लेकिन तीसरे चरण को पूरा नहीं किया जा सका और तकनीकी गड़बड़ी के कारण मिशन असफल हो गया। उन्होंने कहा, “तीसरे चरण के संचालन के दौरान हमने एक रुकावट देखी और मिशन को पूरा नहीं किया जा सका। अब हम इसका डेटा विश्लेषण करेंगे और फिर मिशन पर लौटेंगे।”
इस मिशन के तहत EOS-09 सैटेलाइट को पृथ्वी सूर्य समकालिक ऑर्बिट (SSPO) में स्थापित किया जाना था। यह सैटेलाइट EOS-04 का एक उन्नत संस्करण था और इसका उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले उपयोगकर्ताओं को सटीक और नियमित रिमोट सेंसिंग डेटा प्रदान करना था।
EOS-09 को विशेष रूप से देश की रिमोट सेंसिंग क्षमताओं को और मजबूत करने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया था। इस सैटेलाइट का एक खास मकसद एंटी टेररिस्ट ऑपरेशंस, घुसपैठ या संदिग्ध गतिविधियों का पता लगाने के लिए जानकारी उपलब्ध कराना भी था। इसरो की तकनीकी टीम अब इस समस्या की गहराई से जांच कर रही है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि लॉन्च के दौरान किस स्तर पर गड़बड़ी हुई और भविष्य में उसमें कैसे सुधार किया जा सके।
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ISRO’s EOS-09 mission remained incomplete