
होशियारपुर: न्यू दीप नगर में 5 वर्षीय मासूम हरवीर सिंह के अपहरण और निर्मम हत्या के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस घटना में एक प्रवासी मजदूर की संलिप्तता सामने आने के बाद इलाके के लोगों में भारी रोष है और कई गांवों की पंचायतें प्रवासी मजदूरों के खिलाफ सख्त कदम उठा रही हैं।
जानकारी के अनुसार, शांति नगर और बजवाड़ा की पंचायतों के बाद अब अज्जोवाल, रसूलपुर और चडियाल गांवों की पंचायतों ने भी प्रवासी मजदूरों को लेकर कड़े प्रस्ताव पारित किए हैं। आशंका जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में अन्य गांवों में भी इस तरह के प्रस्ताव पारित किए जा सकते हैं।
गांव अज्जोवाल की सरपंच आरती शर्मा और उनके पति संदीप बब्बू ने कहा कि एक प्रवासी मजदूर द्वारा बच्चे की हत्या ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। पंचायत ने फैसला किया है कि गांव में किसी भी प्रवासी मजदूर को रहने के लिए जगह नहीं दी जाएगी। यदि कोई प्रवासी गांव में रहना चाहता है, तो उसे अपनी पृष्ठभूमि का स्थायी आवासीय प्रमाण पत्र और पुलिस सत्यापन करवाना अनिवार्य होगा।

इसी तरह, गांव रसूलपुर के सरपंच कृष्ण लाल ने बताया कि पंचायत ने प्रवासियों के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया है, जिसके अनुसार कोई भी व्यक्ति अपनी जमीन किसी भी प्रवासी को नहीं बेचेगा। गांव में रहने वाले किसी भी प्रवासी की पृष्ठभूमि की पुष्टि करने की जिम्मेदारी मकान मालिक की होगी। उन्होंने कहा कि कई आपराधिक मामलों में प्रवासियों की संलिप्तता के बाद उनके खिलाफ सख्त फैसले लेना जरूरी हो गया है।
वहीं, गांव चडियाल के सरपंच केवल कृष्ण ने बताया कि पंचायत द्वारा पारित प्रस्ताव के अनुसार, गांव में किसी भी प्रवासी को कोई जमीन, प्लॉट या घर नहीं बेचा जाएगा और न ही किसी प्रवासी का आधार कार्ड या वोटर कार्ड बनाया जाएगा। इस नियम का उल्लंघन करने वाले गांव के किसी भी निवासी के खिलाफ पंचायत द्वारा कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह प्रस्ताव किसी जाति या अन्य प्रकार के भेदभाव के लिए नहीं, बल्कि गांव की भलाई और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पारित किया गया है।
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After the murder of a 5-year-old child in Hoshiarpur










