
अमृतसर: बाढ़ का पानी उतरने के बाद खेतों में जमा हुई रेत और गाद की समस्या से जूझ रहे छोटे किसानों के लिए अमृतसर जिला प्रशासन ने एक बड़ी और अनूठी पहल की है। उपायुक्त (DC) साक्षी साहनी ने ढाई एकड़ से कम जमीन वाले किसानों के खेतों से रेत निकालने की जिम्मेदारी खुद संभाली है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए डीसी साक्षी साहनी ने बताया कि बाढ़ के बाद छोटे किसानों के लिए खेतों में जमा रेत एक बहुत बड़ी समस्या है, क्योंकि उनके पास इसे हटाने के लिए जरूरी मशीनरी का अभाव होता है। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने यह कदम उठाया है। डीसी ने खनन विभाग, लोक निर्माण विभाग और कृषि विभाग को इस काम के लिए जेसीबी और मडलोडर मशीनें खरीदने के निर्देश दिए हैं।

डीसी ने यह भी स्पष्ट किया कि प्रशासन द्वारा रेत हटाने के काम के अलावा, प्रभावित किसानों को सरकार की ओर से मुआवजा भी दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिन किसानों के खेत में तीन इंच से अधिक रेत जमा है, उन्हें 18,000 रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से मुआवजा मिलेगा। यह मुआवजा राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजी जाएगी।
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