नई दिल्ली: देशभर में लागू लॉकडाउन के समय एक 12 साल की लड़की 150 किलोमीटर का सफर पैदल ही पूरा करने का ठान लेती है। वो तेलंगाना से अपने घर छत्तीसगढ़ का सफर तय करने निकलती है। लेकिन मंजिल से 50 किलोमीटर पहले ही उसकी मौत हो जाती है। ये लड़की छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले की थी। तेलंगाना में काम के लिए गई थी। थकावट और डिहाइड्रेशन से बच्ची की मौत हुई।
अधिकारियों ने बताया कि पीड़ित जमलो मकदाम राज्य के प्रवासी श्रमिकों के एक समूह का हिस्सा थी, जो तेलंगाना के कन्नागुडा गांव में मिर्च के खेतों में काम कर रहे थे। लॉकडाउन और परिवहन के सभी साधनों के बंद होने के बाद उन सभी ने लगभग 150 किलोमीटर लंबी दूरी की पैदल यात्रा करने का फैसला किया। जमलो और अन्य लोगों ने कथित तौर पर 15 अप्रैल को अपनी यात्रा शुरू की। तीन दिन चलने के बाद 18 अप्रैल की सुबह छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में भंडारपाल गांव के पास उनकी मृत्यु हो गई।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बीआर पुजारी ने बताया, ‘तेलंगाना की उस जगह और बीजापुर के बीच की दूरी 150 किलोमीटर है और वह अपने पैतृक गांव से करीब 50 किलोमीटर दूर थी, जब उसने दम तोड़ दिया। शनिवार सुबह उसने भोजन किया लेकिन फिर पेट में दर्द और बेचैनी की शिकायत हुई और सुबह 10 बजे के आसपास उसकी मौत हो गई।’