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मां मां मां…. कपूरथला की महिला CHO का 2 वर्षीय बेटा रोज मां के साथ सोने के लिए बहाता है आंसू, लेकिन यह मां दिल पर पत्थर रख कर कर रही है सिविल अस्पताल में जनता की सेवा- ऐसे हेल्थ ऑफिसर्स है देश के असली HERO

जालंधर: कोरोना वायरस के चलते हर जगह लोगों को इस महामारी का भय सताने लगा है और खौफ़ में अपना जीवन जी रहे हैं लेकिन स्वास्थ्य कर्मी दिन-रात मेहनत करके लोगों को कोरोना वायरस से बचाव के लिए जागरुक कर रहे हैं। कोरोना महामारी में दिन हो या रात लोगों की सेवा करने में जुटे हुए हैं।

इसी कड़ी में कपूरथला की सीएचओ नवदीप कौर अपनी जिम्मेदारी का बाखूबी निर्वहन कर रही हैं। कोरोना के खिलाफ जंग में वह दिन-रात अपनी सेवाएं दे रहीं है। उनका 2 साल का एक बेटा भी है जो रोज अपनी मां के साथ सोने के लिए आंसू बहाता है लेकिन चाहते हुए भी नवदीप अपने दिल पर पत्थर रख कर अपने बेटे को गले लगाकर नही सुला पा रही । 

CHO नवदीप कौर सिविल अस्पताल में जनता की सेवा कर रही हैं। इतना ही नहीं सुरक्षा के मद्देनजर वह अपने बेटे और पति दोनों से दूरी बनाए हुईं हैं। जब भी वह ड्यूटी करके घर आती है तो वह नीचे फ्लोर पर रहती हैं जबकि उनका बेटा और पति फर्स्ट फ्लोर पर रहते है।

डॉ. नवजीप कौर ने सबको साथ मिलकर कोरोना का मुकाबला करने को कहा है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि लोग अपने-अपने घरों में रह कर कोरोना के खिलाफ जंग में सरकार को अपना सहयोग दें। बेवजह घर से बाहर न निकले, केवल तभी बाहर निकले जब बहुत ज्यादा जरुरत हो। नियमित रूप से हाथ धोंए और हमेशा सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें।

इस कोरोना की लड़ाई में डॉ. नवदीक कौर के साथ परमजीत कौर, बलजीत कौर, रुपिंदर कौर, सुखविंदर कौर, रितु, मनिंदर कौर, संदीप कौर, किरणप्रीत कौर, अमनदीप कौर, हरविंदर कौर, जसबीर कौर और सुनीता आदि लोगों की सेवा में अपनी सेवाएं दे रहे है।