नई दिल्लीः अमेरिका के नेब्रास्का में एक 30 वर्षीय शख्स ने मशरूम का रस निकाल कर उसे अपने शरीर में इंजेक्ट कर लिया यानी सुई से नसों में डाल लिया। इसके कुछ घंटों बाद उसकी नसों में ये मशरूम उगने लगा। जिसकी वजह से उसकी ऑर्गन फेल्योर तक की नौबत आ सकी। बहुत मुश्किल से डॉक्टरों ने उसे बचाया लेकिन हिदायत दी कि अब उसे कई सालों तक एंटीफंगल दवाइयां खाती रहनी पड़ेंगी।
दरअसल, हुआ यूं कि ये 30 वर्षीय शख्स बाइपोलर डिस्ऑर्डर नामक मानसिक बीमारी से ग्रसित है। काफी डिप्रेशन में रहता है। डॉक्टरों ने इसे साइकेडेलिक मशरूम खाने के लिए कहा था। क्योंकि इस मशरूम में साइलोसाइबिन नामक तत्व होता है जो ऐसे मरीजों के दिमाग को शांत रखता है। इस शख्स ने साइकेडेलिक मशरूम उबाला, उसका पानी कॉटन के कपड़े से छाना और फिर उसे सुई से अपनी नसों में इंजेक्ट कर लिया।
दो दिन के बाद वह बेहद थका हुआ महसूस कर रहा था। खून की उल्टियां कर रहा था। उसे पीलिया, डायरिया हो गया था। साथ ही वह कन्फ्यूजन की स्टेट में था। जब अस्पताल में डॉक्टरों ने उसकी जांच की तो पता चला कि इस शख्स ने जिस साइकेडेलिक मशरूम का पानी अपने शरीर में डाला है उसके प्रभाव से इसकी नसों में वह मशरूम पैदा हो रहा है।
डॉक्टरों ने जांच के बाद पाया कि उसके लिवर में घाव हो गया है। उसके अंग निष्क्रियता यानी ऑर्गन फेल्योर की तरफ जा रहे हैं। तत्काल उसे वेंटिलेटर पर रखा गया। उसके खून को तुरंत बदला गया। शरीर में बचे हुए खून से टॉक्सिन निकालने के लिए उसे अस्पताल में 22 दिन तक रखा गया। जब उसे अस्पताल से बाहर डिस्चार्ज किया गया तब उसे दो एंटीबायोटिक और एक एंटीफंगल दवा देकर भेजा गया। एंटीफंगल दवा उसे कई सालों तक खानी पड़ेगी।