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जालंधर की महाठग ट्रेवल एजेंट रश्मि सिंह उर्फ़ रश्मि नेगी और रूबल के खिलाफ FIR दर्ज, 118 पासपोर्ट समेत रूबल गिरफ्तार

जालंधर (अमन बग्गा ): पंजाब में आए दिन विदेश भेजने के नाम पर ट्रैवेल एजेंटो द्वारा ठगी के मामले सामने आते ही रहते है। ऐसा ही एक मामला जालंधर से सामने आ रहा है। यहां ट्रैवेल एजेंट रश्मि सिंह और रूबल कुमार के खिलाफ थाना 5 में एफआईआर दर्ज की गई है।

रश्मि सिंह और रूबल कुमार पर आरोप है कि इन्होंने भोले-भाले लोगों के नकली दस्तावेज तैयार कर नकली वीजे को असली बताकर थमा देते थे। इन पर लाखों की ठगी करने के आरोप में धारा 406, 420, 465, 468, 471, 120B, 13 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।

रश्मि सिंह का नाम इतना ज्यादा विवादों में रहता है कि अगर आप गूगल पर मात्र FIR Against Rashmi negi लिख कर सर्च करेंगे तो आप को पता चल जाएगा कि रश्मि नेगी के खिलाफ पहले ही कितनी FIR दर्ज हो चुकी है। लेकिन फिर भी रश्मि सिंह बेख़ौफ़ इम्मीग्रेशन दफ्तर का काम कर रही है और एक के बाद एक एफआईआर दर्ज होती रहती है । 

ताजा मामले के अनुसार पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि रशमी नेगी उर्फ रशमी सिंह निवासी 202 बी ब्लॉक हेमिल्टन टॉवर और रूबल कुमार पुत्र सतपाल निवासी 109 गीता कॉलोनी काला संघिया रोड़ के दोनों भोले-भाले लोगों के नकली दस्तावेज तैयार कर नकली वीजे को असली बताकर थमा देते है और उसके बाद उनके पासपोर्ट भी अपने पास रख लेते है।

इस मामले में पुलिस ने रुबल कुमार को 118 पासपोर्ट समेत गिरफ्तार किया है । वही इस मामले में फिलहाल रश्मि सिंह को कोर्ट से अंतरिम जमानत मिल चुकी है। वही रश्मि सिंह ने आरोपों को नकारते हुए खुद को निर्दोष बताया है।

हैरानी की बात यह है कि एक के बाद एक ठगी के मामलें दर्ज होने के बावजूद रश्मि सिंह बेख़ौफ़ इम्मीग्रेशन का कारोबार कर रही है। क्या एफआईआर मात्र ओपचारिकता ही है। क्यों कि न तो रश्मि सिंह की गिरफ्तारी होती है न ही ठगी की दुकान बंद हो रही है। एक मामला ठंडा पड़ता है साथ ही धोखाधड़ी का एक नया मामला सामने आ जाता है।

अब देखना यह होगा कि आखिर डिप्टी कमिश्नर और पुलिस कमिश्नर रश्मि सिंह द्वारा लोगों के साथ किया जा रहा ठगी का कारोबार को बंद किया जाएगा।