पटियालाः राजपुरा के गांव अजराेर में 7 साल की बच्ची काे शराब लेने ठेके पर भेजने पर एक दंपति काे शराब ठेकेदार ने डाटा ताे गुस्से में अपनी ही बच्ची की पीट-पीटकर हत्या कर दी। किसी काे हत्या की भनक न लगे इसलिए उसकी लाश को प्लास्टिक की बाेरी में भरकर खेत में बने कुएं में फेंक दिया। बच्ची का पिता और साैतेली मां दाेनाेें शराब पीने के आदी हैं। घटना का पता तब चला जब बच्ची से 3 साल बड़े भाई काे भी मां ने पीटा ताे वह भागकर जमींदार के पास पहुंच गया और बाेला- बाबू जी। मुझे बचा लाे नहीं ताे दीदी की तरह मां मुझे भी मारकर कुएं में फेंक देगी। इसके बाद जमींदार ने पुलिस पुलिस और शव काे बाहर निकाला गया। पुलिस ने आरोपी दंपति के खिलाफ केस दर्ज कर अरेस्ट कर लिया है। अजराेर गांव के जमींदार सुखविंदर ने बताया कि करीब डेढ़ साल पहले बिहार का रहने वाला उमानंद अपनी पत्नी शांति देवी के साथ आया था। खेताें में झाेपड़ी बनाकर बच्चाें के साथ रहते हैं और वहीं काम करते हैं। पति-पत्नी दाेनाें ही शराब पीने के आबादी हैं। हत्या के पीछे कारण भी यही है।
बच्ची कंचन उमानंद की पहली पत्नी की संतान है। वे 7 साल की अपनी बच्ची काे पास के शराब के ठेके पर से शराब मंगवाया करते थे। बच्ची काे ठेके पर शराब लेने भेजने पर शराब ठेकेदार ने दंपति काे डाटा था। दंपति पति काे यह बात अच्छी नहीं लगी। उन्हाेंने ये बात दिल में रखी और माैके देखकर बच्ची की हत्या कर दी। किसी काे पता न चले इसलिए लाश काे कुंए में फेंक दिया। जानकारी मिलने पर जमींदार ने पुलिस काे सूचित किया। इसके बाद पुलिस ने बच्ची के शव काे कुएं से निकलवाया। पुलिस ने हत्या का केस दर्ज दाेनाें अाराेपियाें काे अरेस्ट कर लिया है। जमींदार ने बताया कि रविवार काे आराेपी दंपति ने अपने 10 साल के बेटे काे किसी बात के लिए पीट दिया। इसके बाद वह मेरे पास आया और सहमा हुआ बाेला-बाबू जी मुझे बचा लाे पापा-मम्मी मुझे भी दीदी के तरह मारकर कुएं में फेंक देंगे। बच्चे के मुंह से ऐसी बात सुनकर मैं सुन्न सा रह गया। बच्चे की बात का भराेसा नहीं हुआ। दाेबारा पूछा तब वह वही बाेला- बाबू जी बचा लाे। इसके बाद उसके बताए कुएं के पास जाने पर बदबू आ रही थी। यकीन हाेने पर गांव के सरपंच काे सूचना दी। सरपंच और गांव के अन्य लाेगाें ने पहुंचकर देखा ताे कुएं में सफेद रंग की प्लास्टिक की बाेरी दिखी। इसके बाद संबंधित थाना खेड़ी गंडिया पुलिस काे सूचना देकर बुलाया। पुलिस की माैजूदगी में कुएं से शव निकला गया। बच्ची का शव राजिंदरा अस्पताल की मोर्चरी में रखा है, जहां पर परिवार के अन्य सदस्यों के आने पर अगली कार्रवाई की जाएगी।
जिस समय छाेटी बहन की हत्या हुई थी कंचन का भाई बलविंदर ने सारी घटना अपनी आंखाें से देखी। लेकिन साैतेली मां की मार के डर से उसने किसी से घटने का जिक्र तक नहीं किया। यहां तक कि वह मां और पिता के सामने राेता तक नहीं था। बलविंदर बताया कि उसे डर था कि कहीं उसे भी उसकी बहन की तरह मार कर कुएं में न फेंक दें। जमींदार ने बताया कि बच्ची कई तक नहीं दिखी ताे पूछने पर बाेला-लुधियाना में उनके रिश्तेदार हैं। उनके पास भेज दिया है। अब अपनी कंचन वहीं रहकर पढ़ाई करेगी। अचानक गायब हाेना हजम ताे नहीं हुआ, पर पिता के बाेलने पर मानना पड़ा। इंस्पेक्टर रविंदर कुमार ने बताया कि हत्या लगभग 20 दिन पहले हुई है। पता चला है कि पहले साैतेली मां शांति ने बच्ची काे पीटा। रात में पिता ने भी नशे में बच्ची काे मारा-पीटा। बच्ची पिटाई सह नहीं पाई। वह सारी रात घर के बाहर पड़ी रही। दंपति ने सुबह देखा ताे दमताेड़ चुकी थी तो कानूनी कार्रवाई से बचने काे शव काे कुएं में फेंक दिया।