नई दिल्ली: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी ईपीएफओ ने अपनी बैठक में कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) पर वित्त वर्ष 2022-23 के लिए ब्याज दर बढ़ाकर राहत देने का निर्णय लिया। बोर्ड की सिफारिश में लगभग 11 लाख करोड़ रुपये की कुल मूल राशि पर सदस्यों के खाते में 90,000 करोड़ रुपये से अधिक का वितरण शामिल है। यह आज तक की सर्वाधिक है। वित्त वर्ष 2021-22 में 9.56 करोड़ रुपये की मूल राशि में 77,424.84 करोड़ रुपये का ब्याज दिया गया था। पिछले वित्तीय वर्ष 2021-22 की तुलना में आय और मूल राशि में वृद्धि क्रमशः 16 फीसद और 15 फीसद अधिक है।
अब सीबीटी के निर्णय के बाद, 2022-23 के लिए ईपीएफ जमा पर ब्याज दर की जानकारी वित्त मंत्रालय के पास मंजूरी के लिए भेजी जाएगी। सरकार की मंजूरी मिलने के बाद 2022-23 के लिए ईपीएफ पर ब्याज ईपीएफओ अंशधारकों के खातों में डाल दिया जाएगा।
श्रम मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के निर्णय लेने वाले शीर्ष निकाय एवं केंद्रीय श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव की अध्यक्षता वाले केंद्रीय न्यासी बोर्ड यानी सीबीटी ने 2022-23 के लिए सदस्यों के ईपीएफ जमा पर वार्षिक 8.15 फीसद की दर से ब्याज देने का निर्णय लिया है।
When will the interest money of EPF come into the account the Labor Ministry said this