अमृतसर: भारत सरकार द्वारा भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को 30 अप्रैल तक वापस वतन लौटने की दी गई समय सीमा समाप्त होने के बाद भी कई पाकिस्तानी नागरिक गुरुवार को अटारी बॉर्डर पर पाकिस्तान जाने के लिए पहुंचे। हालांकि, भारत और पाकिस्तान के बीच वह मुख्य गेट, जिसका उपयोग दोनों देशों के नागरिक एक-दूसरे के देश आने-जाने के लिए करते हैं, नहीं खोला गया।
गौरतलब है कि पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच उपजे तनाव के माहौल में, भारत सरकार ने ऐसे आदेश जारी किए थे जिनमें कहा गया था कि 30 अप्रैल तक जो पाकिस्तानी पासपोर्ट धारक भारत में हैं, वे वापस चले जाएं। ऐसा न करने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई थी।
गुरुवार को जब कई पाकिस्तानी नागरिक अटारी बॉर्डर पर पहुंचे, तो उन्हें मुख्य द्वार बंद मिला। इस मौके पर दो बुजुर्ग महिलाएं भी पाकिस्तान जाने के लिए पहुंची थीं। उनके साथ आए रिश्तेदार चचेरे भाई ने बताया कि शब्बीर फातिमा (84) और उनकी बहन (80) दोनों पाकिस्तान के शादरा शरीफ की रहने वाली हैं। उन्होंने बताया कि ये दोनों बहनें साल 1983 से भारत में रह रही थीं और उन्हें वापस पाकिस्तान जाने का सरकारी नोटिस मिला था।
उन्होंने बताया कि वे दोनों बहनों को पाकिस्तान भेजने के लिए सुबह से ही अटारी बॉर्डर पर लेकर आए थे, लेकिन शाम तक भी भारतीय सीमा पर गेट नहीं खोले गए। इस स्थिति में, उन्हें वापस शादरा शरीफ (भारत) लौटना पड़ा।
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Two elderly sisters could not go to Pakistan after the deadline