अमृतसरः शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) ने आज साल 2020-21 के लिए नौ अरब 81 करोड़ 94 लाख 80 हजार पांच सौ रुपये का बजट पेश किया जिसे सर्वसम्मति से पास कर दिया गया। कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ के कारण आज पेश किया गया बजट गत वर्ष के मुकाबले 18.51 प्रतिशत कम है।
एसजीपीसी के अध्यक्ष भाई गोविंद सिंह लोंगोवाल की अध्यक्षता में हुई बजट सभा में महासचिव हरजिंदर सिंह धामी की ओर से पेश किए गए बजट को उपस्थित सदस्यों ने जयकारों की गूंज से पास कर दिया। बजट में जनरल बोर्ड फंड के लिए 57 करोड़ रुपए, ट्रस्ट फंड के लिए 37 करोड़ 61 लाख रुपए, विद्या फंड 28 करोड़ 44 लाख रुपए, धर्म प्रचार समिति के लिए 58 करोड़ रुपए, प्रिंटिंग प्रेसों के लिए आठ करोड़ दो लाख रुपए, शैक्षणिक अदारों के लिए दो अरब 15 करोड़ रुपए, शिक्षा निदेशालय के लिए 87 लाख 80 हजार 500 रुपए, गुरुद्वारा साहिबान सेक्शन-85 के लिए पांच अरब 77 करोड़ रुपए रखे गए हैं।
एसजीपीसी की बजट सभा हर वर्ष मार्च माह में पेश किया जाता है लेकिन इस वर्ष महामारी के कारण ऐसा संभव नहीं हो पाया। इसके चलते एसजीपीसी की अंतरिम समिति ने ही दो बार तीन-तीन महीनों के लिए बजट पेश किए।
ऐतिहासिक तेजा सिंह समुद्री हाल में आयोजित बजट सभा के पश्चात भाई गोविंद सिंह लोंगोवाल ने बजट की प्रशंसा करते हुए कहा कि बजट कोरोना के कारण प्रभावित हुआ है लेकिन सिख संगतों की भावनाओं का प्रतिनिधित्व करता है। उन्होंने कहा कि इसमें सभी पक्षों को ध्यान में रखा गया है। उन्होंने बताया कि गुरु पूर्व के मनाये जाने वाले शताब्दी समारोहों के लिए बजट में तीन करोड़ 45 लाख 70 हज़ार रुपए रखे गए हैं। अमृतधारी बच्चों, सिकलिगर और चूड़ी बेचने वाले सिक्खों, गुरसिक्ख खिलाड़ियों और परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन करने वाले सिक्ख नौजवानों के लिए बजट में विशेष राशि रखी गई है। पर्यावरण की शुद्धता, प्राकृतिक आपदा, शैक्षिक संस्थानों और जैविक खेती को बढ़ावा देना बजट का मुख्य एजेंडा है।