नई दिल्लीः आबुधाबी में इन दिनों भारतीय छात्र छाया हुआ है। जेम्स यूनाइटेड इंडियन स्कूल के छात्र साईंनाथ मनिकंदन ने दो रोबोट तैयार किए है जो समुद्र की सफाई और खेती में मदद करेंगे। मरीन रोबोट क्लीनर (एमबोट क्लीनर) समुद्री की ऊपरी सतह को साफ करने में कारगर है तो एग्रीकल्चर रोबोट (एग्रीबोट) उन मजदूरों के लिए फायदेमंद रहेगा जो यूएई जैसे गर्म देशों में काम करते हैं। छात्र की इस कार्य की आबुधाबी में खूब तारीफ हो रही है। चलिए विस्तान से जानते है इन रोबर्ट्स के बारे में..
साईंनाथ ने जो एमबोट तैयार किया है, वह नाव की शक्ल का है। इसके जरिए समुद्र की सतह पर तैरने वाले कचरे को आसानी से साफ किया जा सकता है। यह प्रोटोटाइप रोबोट है, जो रिमोट से भी चलाया जा सकता है। इसमें दो मोटरें लगी हैं, जिनसे नाव पानी में तैरती है। दो छड़ीनुमा वस्तुओं के जरिए पानी में मौजूद कचरा स्टोरेज बास्केट में पहुंचा दिया जाता है। यह बैटरी से चलता है, लेकिन इसे सोलर पैनल से भी चलाया जा सकता है।
वहीं एग्रीबोट से खेत की जुताई की जा सकती है। साईंनाथ ने बताया कि एग्रीबोट में कई विकल्प हैं। जिस काम को भी करना हो, उस मोड पर रोबोट को सेट करना पड़ता है। एग्रीबोट में भी सोलर पैनल लगा है। इसमें ड्रोन के इस्तेमाल की भी सुविधा है। ड्रोन के माध्यम से खेतों में बीजारोपण किया जा सकता है।
साईनाथ ने एमबोट को लेकर कहा, यह रोबोट पानी में मौजूद गंदगी को साफ करता है, लेकिन इसका इस्तेमाल बेहतर पर्यावरण के निर्माण में भी किया जा सकता है। उसका कहना है कि बड़े पैमाने पर इनका निर्माण करके पर्यावरण को दुरुस्त रखा जा सकता है।