चंडीगढ़: बाल आयोग ने सोशल मीडिया पर अश्लील भाषा और आपत्तिजनक कंटेंट जारी करने के लिए साइबर सेल को नोटिस जारी किया है। आयोग ने साइबर सेल से सोशल मीडिया पर अश्लील भाषा और वीडियो को बैन करने के लिए कहा है।
एडीजीपी साइबर सेल को निर्देश दिया गया है कि वे नशीली दवाओं और बंदूक संस्कृति को बढ़ावा देने वाली वीडियो पर रोक लगाएं और विदेशों से अपलोड होने वाले कंटेंट पर भी प्रतिबंध लगाएं। हाल के दिनों में अश्लील कंटेंट को लेकर सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हुई थी, जिसके बाद बाल आयोग ने साइबर सेल को यह नोटिस भेजा है। यह नोटिस पंडित राव धर्नेवर की शिकायतों पर जारी किया गया है। आयोग ने फेसबुक और इंस्टाग्राम पर नशीली दवाओं, बंदूक संस्कृति, अश्लील भाषा और द्विअर्थी वीडियो डालने वालों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने के लिए कहा है।
आयोग ने यह भी निर्देश दिया है कि ऐसी सामग्री पर नजर रखने के लिए मुख्यालय में एक नोडल अधिकारी नामित किया जाए। यदि ऐसा कंटेंट विदेशों से अपलोड होता है, तो उनकी साइट पर प्रतिबंध लगाने के लिए कार्रवाई की जाए। कमल कौर भाबी की हत्या के बाद सोशल मीडिया पर अश्लील भाषा वाली वीडियो डाली जा रही थीं, जिस पर लगाम लगाने के लिए राज्य बाल आयोग ने सोशल मीडिया को नोटिस भेज दिया है।
पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर कुछ व्यक्तियों द्वारा ऐसी वीडियो डाली जा रही हैं, जो समाज में अश्लीलता फैलाने के साथ-साथ किशोर उम्र के बच्चों पर बुरा प्रभाव डालती हैं। ऐसी चर्चा होने से किशोर लड़के और लड़कियां, जिन्होंने पहले शायद ये वीडियो नहीं देखी होंगी, उनका ध्यान भी इस तरह के कंटेंट को देखने के लिए आकर्षित होता है। आयोग इस बात को लेकर चिंतित है कि इन बढ़े हुए फॉलोअर्स का एक बड़ा हिस्सा बच्चों का होगा।
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Child Commission issued notice to cyber cell