नई दिल्ली: मोदी सरकार की कारोबारियों को बड़ी राहत देने जा रही है। आने वाले दिनों में उन्हें जीएसटी के जरिए मिलने वाले इनपुट टैक्स क्रेडिट से ही जीएसटी चुकाने का मौका दिया जा सकता है। मिली जानकारी के मुताबिक अब एक महीने के इनपुट टैक्स क्रेडिट को दूसरे महीने के बकाया जीएसटी से आसानी से एडस्ट किया जा सकेगा। सरकार कारोबारियों के लिए जल्द ही समन्वय लेजर की सुविधा की शुरू करने जा रही है।
इस मामले से जुड़े अधिकारी ने ये भी बताया है कि ये सुविधा जून से शुरू करने की तैयारी है। नई सुविधा के तहत कारोबारी को क्रेडिट लेजर में बकाया इनपुट टैक्स की जानकारी दिखाई देगी। उसी जानकारी के आधार पर वो कारोबारी जीएसटी भुगताान कर सकेगा। अब तक बकाया इनपुट टैक्स क्रेडिट के माध्यम से जीएसटी पेमेंट की कोई सुविधा नहीं थी।
इसके साथ ही जीएसटीआर-01 और जीएसटीआर -3बी में अंतर पर कारोबारी को कारण बताओ नोटिस भी भेज दिया जाता था। आंकलन के मुताबिक अब तक ऐसे मामलों में 40 हजार से ज्यादा कारोबारियों को नोटिस भेजे जा चुके हैं।
कारोबारियों की मुसीबत ये है कि बिना इनपुट टैक्स क्रेडिट लिए जीएसटी पेमेंट करने से उसकी रकम फंसने की आशंकाएं बढ़ जाती थी और उसका कारोबारी खर्च भी बढ़ जाता था। सरकार एक तरह जहां करोबारी सुगमता के लिए कदम उठा रही है , वहीं जीएसटी टैक्स कलेक्शन में भी पूरी मशीनरी तेजी से काम कर रही है। अप्रैल महीने के अंकड़ों के मुताबिक पूरे देश में जीएसटी कलेक्शन 1.6 लाख करोड़ रुपए का हुआ है। सूत्रों का मानना है कि चालू वित्तवर्ष यानि वित्तवर्ष 2023-24 में औसतन हर महीने जीएसटी कलेक्शन 1.5 लाख करोड़ रुपए के ऊपर ही होते रहने की संभावना है।
Businessmen are going to get big relief input tax credit will give a chance to pay GST dues