फिरोजपुर: भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर फिरोजपुर सेक्टर से पकड़े गए सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवान 72 घंटे बीत जाने के बाद भी पाकिस्तानी रेंजर्स के कब्जे में हैं। जवान की रिहाई के लिए हुई तीन फ्लैग मीटिंग भी बेनतीजा रही हैं। पाकिस्तानी अधिकारियों ने जवान को छोड़ने से इनकार कर दिया है। पाकिस्तानी रेंजर्स का कहना है कि जब तक उन्हें अपने उच्चाधिकारियों से आदेश नहीं मिलते, तब तक वे जवान को रिहा नहीं करेंगे।
इधर, BSF के डायरेक्टर जनरल (DG) दलजीत सिंह चौधरी ने शुक्रवार शाम को केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन से बात कर जवान की सुरक्षित वापसी का मुद्दा उठाया है।
पकड़े गए जवान पीके साहू के भाई श्याम सुंदर साहू ने केंद्र सरकार से भाई को छुड़ाने के लिए हस्तक्षेप करने की भावुक अपील की है। माना जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच बढ़े तनाव का असर जवान पीके सिंह की रिहाई में देरी का एक कारण हो सकता है।
जवान पीके सिंह की मां देवंती देबी साहू और पिता भोलेनाथ साहू ने अपने बेटे की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा, “हमारा बेटा सुरक्षित घर वापस आ जाना चाहिए। उसकी पत्नी रजनी साहू का रो-रो कर बुरा हाल है। हम प्रार्थना करते हैं कि उसे किसी तरह की यातना न दी जाए।”
पीके साहू की पत्नी रजनी साहू ने बताया, मेरी उनसे आखिरी बार मंगलवार (22 अप्रैल) रात को बात हुई थी। मैं बस यही चाहती हूं कि वे जल्द से जल्द घर लौट आएं। परिवार और BSF दोनों ही जवान की सकुशल वापसी का इंतजार कर रहे हैं।
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BSF jawan still in Pakistan’s custody even after 72 hours