जालंधर: टांडा फाटक से सोढ़ल फाटक जाने वाली सड़क पर रेलवे ट्रैक के पास कूड़े के ढेर से मिले बुरी तरह से जले, गले और सड़े हुए शव के मामले ने झकझोर कर रख दिया है। इस मामले में पुलिस ने शव फेंकने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने चौंकाने वाला खुलासा किया है।
पुलिस जांच में सामने आया है कि मृतक कोट बाबा दीप सिंह में बने 40 क्वार्टर में रहता था और उसकी मौत बीमारी के कारण हुई थी। आरोपियों ने बताया कि मृतक का कोई रिश्तेदार यहां नहीं था, जिसके चलते उन्होंने शव को रेलवे ट्रैक के नजदीक फेंक दिया।
ए.सी.पी. नॉर्थ आतिश भाटिया इस मामले पर लगातार नजर बनाए हुए थे। उन्हें मिले कुछ इनपुट के आधार पर जब कुछ दिन पुरानी सी.सी.टी.वी. फुटेज खंगाली गई तो उसमें एक सफेद एक्टिवा कैद हुई। पुलिस ने फुटेज के आधार पर रातोंरात एक्टिवा नंबर ट्रेस कर नवाब कपूर सिंह पुत्र संपूर्ण सिंह और उसके रिश्तेदार लाल बाबू उर्फ मुखिया निवासी कोट बाबा दीप सिंह नगर को काबू कर लिया।
पुलिस द्वारा कड़ाई से पूछताछ करने पर दोनों आरोपियों ने सच्चाई उगल दी। नवाब ने कबूल किया कि मृतक का नाम जीतू था और वह असम का रहने वाला था। जीतू उन्हीं के साथ क्वार्टर में रहता था और कुछ दिनों से बीमार चल रहा था। बीते शनिवार को जीतू की मौत हो गई। उसका यहां कोई परिजन न होने के कारण, मालिक के कहने पर वे शव को रजाई में लपेटकर रेलवे ट्रैक पर फेंक आए थे। हालांकि, उन्होंने शव को आग लगाने की बात से इंकार किया है।
पुलिस जीतू के क्वार्टर पर भी पहुंची जहां उन्हें एक डायरी मिली। डायरी से कुछ मोबाइल नंबर मिले जिन पर संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन सभी ने जीतू को पहचानने से मना कर दिया।
उधर, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि नवाब और लाल बाबू को गिरफ्तार करने के बाद उनकी जमानत हो गई है। पुलिस फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। यदि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या के तथ्य सामने आते हैं तो मामले में हत्या की धारा जोड़कर आरोपियों को दोबारा गिरफ्तार किया जाएगा।
View this post on Instagram
Two arrested in the case of rotten dead body found near railway track