…तो इस वजह से CM अमरिंदर सिंह की बात को दरकिनार कर पाकिस्तान गए नवजोत सिंह सिद्धू, किया खुलासा
कांग्रेस नेता और पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कल दावा किया कि पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन्हें पाकिस्तान जाने के लिए कहा था। अपने पाकिस्तान दौरे को लेकर बढ़ते विवाद के बीच सिद्धू ने कहा कि करतारपुर साहिब गलियारा के शिलान्यास समारोह में शामिल होने के लिए उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वहां भेजा था।
हालांकि अब वह अपने ही दिए बयान से मुकर गए. उन्होंने शुक्रवार रात ट्वीट किया, राहुल गांधी ने मुझे कभी भी पाकिस्तान जाने के लिए नहीं कहा. कुछ भी परोसने से पहले फैक्ट चेक कर लें, पूरी दुनिया जानती है कि मैं पीएम इमरान खान के व्यक्तिगत बुलावे पर पाकिस्तान गया था.
इससे पहले सिद्दू ने अपने पाकिस्तान दौरे को लेकर बढ़ते विवाद के बीच शुक्रवार को कहा कि करतारपुर साहिब गलियारा के शिलान्यास समारोह में शामिल होने के लिए उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वहां भेजा था और इसलिए वही उनके कप्तान’ हैं. सिद्धू के दौरे से पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह चिढ़े हुए हैं, उन्होंने कहा था कि अपने मंत्रिमंडल के सदस्य सिद्धू को उन्होंने अमृतसर में एक धार्मिक कार्यक्रम पर ग्रेनेड हमले में तीन लोगों के मारे जाने के बाद पाकिस्तान जाने से रोकने की कोशिश की थी, लेकिन उन्होंने इसे अनसुना कर दिया. सिंह ने इस हमले के लिये पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को जिम्मेदार बताया था.

पहले ये दिया था बयान
सिद्धू से जब उनके पाकिस्तान दौरे पर अमरिंदर सिंह की सहमति नहीं होने के बारे में सवाल पूछा गया तो पंजाब के मंत्री ने एक संवाददाता सम्मेलन में यहां कहा, ‘‘राहुल गांधी मेरे कप्तान हैं। मुझे उन्होंने पाकिस्तान भेजा था।’’ उन्होंने कहा कि 50 से 100 कांग्रेसी नेताओं ने इस दौरे के लिए उनकी पीठ थपथपाई। कांग्रेस नेता ने हालांकि पंजाब के मुख्यमंत्री को ‘‘पिता-तुल्य’’ करार दिया।
हैदराबाद में तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमिटी की बैठक के दौरान कांग्रेस नेता ने कहा, ‘मुझे राहुल गांधी ने पाकिस्तान जाने को कहा था। सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुझे रोका था, लेकिन मेरे कैप्टन तो राहुल गांधी हैं। कैप्टन (अमरिंदर सिंह) के भी कैप्टन राहुल गांधी ही हैं। पाकिस्तान से लौटकर आने पर शशि थरूर, हरीश रावत, रणदीप सुरजेवाला जैसे शीर्ष नेताओं ने मेरी पीठ भी थपथपाई थी।