अमृतसर: पंजाब के अमृतसर जिले के मजीठा इलाके में जहरीली/नकली शराब पीने से अब तक 21 लोगों की दर्दनाक मौत हो चुकी है। इस घटना के बाद पूरे इलाके में मातम पसरा हुआ है, जबकि 9 अन्य लोगों की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है और उनका इलाज चल रहा है।
इस गंभीर मामले में पंजाब सरकार ने कड़ी कार्रवाई करते हुए एक्साइज विभाग के एक अधिकारी पर गाज गिराई है। राज्य सरकार ने एक्साइज विभाग के एक ईटीओ (Excise and Taxation Officer) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
इस बीच, पुलिस भी मामले की जांच में तेजी से जुटी हुई है। जानकारी के मुताबिक, पंजाब पुलिस ने अब तक इस मामले में मुख्य सप्लायर सहित कुल 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए कुछ आरोपियों की पहचान भी बताई है। बताया जा रहा है कि इस नकली शराब सप्लाई रैकेट के मास्टरमाइंड साहिब सिंह और प्रभजीत सिंह शामिल हैं। गिरफ्तार किए गए कुलबीर सिंह उर्फ जग्गू को मुख्य आरोपी प्रभजीत सिंह का भाई बताया जा रहा है।
हालांकि, यह भी उल्लेखनीय है कि इस मामले में प्रशासनिक स्तर पर पहले भी कार्रवाई हो चुकी है। बीती कल ही मजीठा थाने के एसएचओ अवतार सिंह और डीएसपी अमोलक सिंह को इस मामले में कर्तव्य में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया था।
पंजाब सरकार ने इस दुखद घटना के पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार ने जहरीली शराब पीने से मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस घटना को लेकर कहा है कि यह एक अत्यंत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण वाकया है। उन्होंने कहा कि अब तक लगभग 21 लोगों की मौत हो चुकी है। मुख्यमंत्री ने इन मौतों को सीधे तौर पर “हत्याएं” करार दिया और दोहराया कि इस मामले में अब तक 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पंजाब पुलिस मामले के बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी और सप्लाई चेन का पता लगाने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।
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Punjab government takes big action in Amritsar liquor case