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पंजाब सरकार घर-घर शराब नहीं, राशन पहुंचाए: मोहिंदर भगत

 

 

जालंधरः प्रदेश भाजपा प्रवक्ता मोहिंदर भगत ने कहा कि पंजाब सरकार लंबे समय से ठेके खोलने के पक्ष में थी । आज पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लोगों के घर तक शराब पहुंचाने के लिए होम डिलीवरी को मंजरी दे दी है। पंजाब में जब कांग्रेस सरकार बनी थी तो इन्होंने वादा किया था के 1 महीने में नशा खत्म कर देंगे, परंतु आज पंजाब की जनता को शराब की डिलीवरी देने के लिए सरकार उत्साहित है। जब से लॉकडॉन हुआ है उसी समय से कांग्रेस नेता बड़ी भारी मात्रा में अवैध शराब बेचने में लगे हुए हैं और भारी मोटी कमाई कर रहे हैं और आए दिन कोई न कोई कांग्रेसी नेता अवैध शराब के साथ पकड़ा जा रहा है। इससे यह साबित होता है कि जब भी कांग्रेस सरकार आती है तो अवैध शराब की बिक्री बढ़ती है और अवैध शराब बेचना कांग्रेसी नेताओं का धंधा है।

 

 

 

भगत ने कहा कि दूसरी ओर पंजाब के हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर अपने राज्य वापस लौट रहे हैं , जिनका पंजाब की इंडस्ट्री में और सरकार के रेवेन्यू में बहुत बड़ा सहयोग है। अगर आज मुश्किल घड़ी में पंजाब सरकार मजदूरों को घर घर राशन पहुंचाती तो वह भूखे नहीं मरते और वापस नहीं जाते।कोरोना वायरस महामारी के चलते पंजाब में औद्योगिक इकाइयां और कृषि क्षेत्र को लेकर मुश्किलें बढ़ गई हैं। राज्य के औद्योगिक और अन्य इकाइयों में कार्यरत 70 फीसदी मजदूर अपने शहर और गांव वापस जा चुके हैं।

 

 

 

 

मजदूरों के घर चले जाने से पंजाब में आर्थिक कामकाज दोबारा शुरू करना बड़ी चुनौती साबित हो रही है। पंजाब से घर लौट रहे प्रवासी कामगारों को वापिस लाना यहां के उद्यमियों के लिए इतना आसान नहीं होगा। पंजाब सरकार ने उनकी ओर ध्यान नहीं दिया। मजदूरों को बहुत दुखी होकर वापस जाना पड़ा। ऐसा लगता है कि आने वाले समय में ना तो इंडस्ट्री चलेगी और ना ही किसानों की खेती चलेगी। अभी भी समय है कि पंजाब सरकार मजदूरों को ना जाने दे और उनको राशन मुहैया करवाए।