चंडीगढ़: पंजाब में मांगों के पूरा नहीं होने पर किसानों ने राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरू किया है। मंगलवार को किसान चंडीगढ़ की ओर मार्च कर रहे थे, जिन्हें चंडीगढ़-मोहाली बॉर्डर पर रोका गया। बुधवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किसान नेताओं के साथ बैठक करके उनकी मांगों को जाना। सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि किसानों की कुल 13 मांगें मुख्यमंत्री के सामने रखी गईं, जिनमें से 12 मांगों पर सहमति बनी है। ऐसे में पंजाब सरकार के सूत्रों ने कहा है कि बुधवार को किसान आंदोलन खत्म हो सकता है।
पंजाब के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल बुधवार को किसानों के बीच पहुंचे। उन्होंने इस दौरान कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किसान नेताओं से कहा है कि अब किसानों को आंदोलन में बैठने की कोई जरूरत नहीं है। सीएम ने कहा है कि हमें कुछ समय दीजिये, हम हर समस्या दूर करेंगे। पंजाब के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने कहा है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान गृह मंत्री अमित शाह से भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड मामले में बात करेंगे। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि मक्के पर न्यूनतम समर्थन मूल्य दिया जाएगा। साथ ही बासमती की भी खरीद पर अच्छी कीमत दी जाएगी।
बुधवार को किसान नेताओं के साथ मुख्यमंत्री भगवंत मान ने करीब ढाई घंटे बैठक की और उनसे समस्याओं को जाना। 13 में से 12 मांगें माने जाने की बात सामने आ रही है लेकिन गेहूं से संबंधित एक मांग पर सहमति नहीं बन पाई है। दरअसल किसानों ने मांग की थी कि इस साल मार्च में जिन किसानों की गेहूं की फसल गर्मी के कारण बर्बाद हो गई है, उन्हें 500 रुपये प्रति क्विंटल मुआवजा दिया जाए। सरकार से इस पर सहमति नहीं बन पाई है।
Farmers and CM Bhagwant Mann agreed, Punjab government accepted 12 out of 13 demands; farmers will end the strike