जालंधर (अमन बग्गा): हंसराज महिला महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन के दिशा-निर्देशन अधीन महात्मा हंसराज जी के जन्मोत्सव को समर्पित विस्तारक संभाषण का आयोजन वैदिक अध्ययन समिति एवं महात्मा हंसराज संवेदना समिति के सौजन्य से किया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में गुरु विरजानन्द गुरुकुल, करतारपुर के प्राचार्य श्री उद्यन आर्या उपस्थित रहे। उनके साथ एस.डी. स्कूल, होशियारपुर की प्राचार्या श्रीमती अमिता उपस्थित रही। सर्वप्रथम संस्था की परम्परानुसार प्लान्टर भेंट कर गणमान्य सदस्यों का हार्दिक अभिनंदन किया गया।
प्राचार्या प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन ने अपने वक्तव्य में महात्मा हंसराज जी के जन्मोत्सव की बधाई दी एवं कहा कि स्त्री शिक्षा के क्षेत्र में महात्मा हंसराज जी का योगदान अविस्मरणीय है। एच.एम.वी. संस्था उनके करकमलों से स्थापित निरन्तर नारी शिक्षा में अग्रणीय संस्था है। जिसमें अनगिनत छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर समाज में अपना अस्तित्व स्थापित कर रही हैं। उन्होंने छात्राओं को उनके पद चिन्हों पर चलने हेतु प्रेरित किया।
मुख्य वक्ता प्राचार्य उद्यन आर्या ने महात्मा हंसराज जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमें समय का सदुपयोग कर आत्मनुशासन व आत्मसंयम जैसे गुणों को धारण करना चाहिए। उनके प्रयासों के कारण ही आज नारी शिक्षा व्यापकता को प्राप्त कर रही है। महात्मा जी सादगी, त्याग, सच्चाई, सत्यप्रियता एवं न्याय की प्रतिमूर्ति रहे हैं। श्रीमती अमिता ने भी संस्था प्रांगण में आकर स्वयं को गौरवान्वित अनुभव किया एवं जीवन से संबंधित विभिन्न तथ्य छात्राओं से सांझे किए। समागम के अंत में डीन वैदिक अध्ययन स्टडी•ा डॉ. ममता ने सबके प्रति आभार व्यक्त किया। मंच संचालन डॉ. ज्योति गोगिया ने किया। समस्त कार्यक्रम का आयोजन संस्कृत विभागाध्यक्षा डॉ. मीनू तलवाड़ की अध्यक्षता से सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर हिन्दी विभाग से श्रीमती पवन कुमारी व डॉ. दीप्ति धीर भी उपस्थित रहे।
Expansive speech dedicated to the birthday of Mahatma Hansraj in HMV