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मार्कशीट नहीं मिलने से नाराज छात्र ने दिया खौफनाक वारदात को अंजाम, प्रिसिंपल को दर्दनाक तरीके से उतारा मौत के घाट

इंदौर: मध्यप्रदेश के इंदौर कॉलेज कांड में जिंदा जला दी गई डीएम फार्मा कॉलेज की प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा का आज सुबह 4 बजे चोइतराम अस्पताल में निधन हो गया। बता दें कि कॉलेज के पूर्व छात्र ने फार्मा विभाग की प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा को पेट्रोल छिड़ककर जिंदा जला दिया था। घटना में प्रिंसिपल 80-90 प्रतिशत झुलस गईं थीं। गंभीर हालत में उन्हें शहर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई है।

घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी छात्र आत्महत्या करने की फिराक में था, लेकिन पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस के मुताबिक मार्कशीट नहीं मिलने से नाराज होकर छात्र ने घटना को अंजाम दिया था। इस घटना में वह खुद भी झुलस गया।

जानकारी के अनुसार, बीते सोमवार शाम 5 बजे सिमरोल थाना क्षेत्र में स्थित प्राइवेट कॉलेज के फार्मा विभाग की प्रिंसिपल 54 वर्षीय विमुक्ता शर्मा छुट्टी के बाद घर जाने के लिए पार्किंग में खड़ी अपनी कार के पास पहुंची थीं। इसी दौरान विमुक्ता वहां लगे पेड़ से बेलपत्र तोड़ने लगीं। तभी उज्जैन के नागदा का रहने वाला 24 साल का आशुतोष श्रीवास्तव जो कि कॉलेज का पूर्व छात्र था उनके सामने आ धमका। विमुक्ता कुछ समझ पातीं उसके पहले ही आशुतोष ने अपने हाथ में लिए डिब्बे में भरा पेट्रोल प्रिंसिपल पर छिड़का और उनको आग लगा दी।

हिरासत में आए आशुतोष को सिरमोर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया और प्रिंसिपल को पेट्रोल डालकर जलाने का कारण पूछा तो आरोपी ने कहा, ”उसने कॉलेज से पढ़ाई की थी। वह सातवें सेमेस्टर में फेल हो गया था। इसके बाद 7वें और 8वें सेमेस्टर की परीक्षा साथ में दी थी। परीक्षा का रिजल्ट जुलाई 2022 में ही आ गया था, लेकिन बार-बार कॉलेज आने के बाद भी मार्कशीट नहीं दी जा रही थी, इसी बात से गुस्सा होकर घटना को अंजाम दिया।”

Angry student agreed to the dreadful incident due to not getting the marksheet killed the principal in a painful manner