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संत श्री आशाराम बापू आश्रम सिरसा कैथल टोहाना व कुरूक्षेत्र में साध्वी सुशीला बहन व साध्वी रेखा बहन (मैनपुरी) के सत्संग कार्यक्रमों में उमड़ी हज़ारों साधकों की भीड़, हरि नाम कीर्तन पर झूमे भक्तजन

 

हरियाणा ( अमन बग्गा ) परम पूज्य संत श्री आशाराम जी बापू जी की कृपा पात्र शिष्या साध्वी सुशीला बहन व साध्वी रेखा बहन (मैनपुरी) के सानिध्य में हरियाणा के कई जिलों में लगातार सत्संग कार्यक्रम हो रहे है ।

कुरुक्षेत्र, कैथल, टोहाना, सिरसा आदि आश्रमों में सत्संग करते हुए साध्वी सुशीला बहन ने भगवान्नाम कीर्तन के द्वारा हज़ारों साधकों को आनंदित किया |

मार्गशीर्ष मास के महत्व को बताते हुए उन्होंने कहा कि इस मास में सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान करना अत्यधिक पुण्यदाई है तथा नियमित रूप से योगासन व प्राणायाम करने से हमें आरोग्यता की प्राप्ति होती है |उन्होंने बताया कि प्राणायाम करने से प्राणों की गति नियंत्रित होती है जिससे हमारा मन शांत होता है|

उन्होंने कहा कि मनुष्य की इच्छाओं की कोई सीमा नहीं है | वह सारा जीवन नश्वर पदार्थों के पीछे भागता रहता है और इसी प्रकार वह अपना सारा जीवन तबाह कर देता है | इसके अतिरिक्त ओंकार की महिमा को बताया तथा ओंकार के जप से होने वाले फायदों के बारे में बताया |

उन्होंने बताया कि सहज साधना का जो उत्तम मार्ग है वह है श्वासोच्वास की गिनती करना| रोजाना सुबह उठकर व शाम को सोते समय भगवान के नाम के साथ श्वासोच्वास की गिनती करनी चाहिए |इसके अतिरिक्त कई कथा प्रसंगों के माध्यम से उन्होंने सतगुरु देव की महिमा का वर्णन किया और कहा कि सदगुरुदेव की परम कृपा के बिना यह संसार सागर से तरना असंभव है| सदगुरुदेव से दीक्षा लेकर हमें मंत्र जप करना चाहिए|

 

उन्होंने बताया कि संतों का एक एक वचन अनमोल होता है, जिसे अपनाकर हम अपने जीवन को सार्थक बना सकते हैं | उन्होंने बताया कि हिंदू राष्ट्र सेना के अध्यक्ष श्री धनंजय देसाई जी आज संत श्री आसाराम बापू जी के खिलाफ चल रहे षड्यंत्र के खिलाफ खुलकर अपनी आवाज उठा रहे हैं |

उनका कहना है कि परम पूज्य संत श्री आशारामजी बापू को एक झूठे केस में फंसाया गया है |सनातन संस्कृति की रक्षा के लिए जिन्होंने अपने सारे जीवन का योगदान दिया है वह है संत श्री आशारामजी बापू उन्होंने कहा है कि सनातन संस्कृति के रक्षक संत श्री आशारामजी बापू को बाहर लाने का दायित्व सिर्फ साधकों का ही नहीं बल्कि पूरे देशवासियों का है उनके अनुसार आज कारागार में संत श्री आशारामजी बापू नहीं बल्कि हमारी सनातन संस्कृति है, हमारा धर्म है, हमारी आध्यात्म है|

उन्होंने बताया कि मार्गशीर्ष मास का बहुत महत्व है | इस मास में यदि कोई ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि करके सद्गुरुदेव को प्रणाम करता है तथा उनका मानस पूजन करता है तो उसे ज्ञान की प्राप्ति होती है| इस मास में भगवान के नाम का उच्चारण व कीर्तन बहुत ही पुण्यदायी है | उन्होंने बताया कि हम सब सद्गुरुदेव से दीक्षा लेकर उनके बताए हुए रास्ते पर चलते हुये अपने परम लक्ष्य को प्राप्त कर इस मनुष्य जीवन को धन्य बना सकते हैं | अपने आत्मतत्व को जानने के लिए ही 84 लाख योनियों के बाद जो 84 लाख एक योनि है ,जिसे मनुष्य जन्म कहते हैं वह हमें मिली है और उस परम तत्व का मिलना सद्गुरु के बिना असंभव है | हिंदू राष्ट्र सेना के अध्यक्ष श्री धनंजय देसाई जी ,जो कि आज परम पूज्य संत श्री आशारामजी बापू के ऊपर चल रहे झूठे केस के खिलाफ अपनी आवाज बुलन्द कर रहे हैं के बारे में बताया और सनातन धर्म प्रेमियों को भी जागरूक होने के लिए प्रेरित किया| उनका कहना है कि आज कारागार में संत श्री आशारामजी बापू नहीं बल्कि भारतीय सनातन संस्कृति , भारतीय सभ्यता तथा हिंदू धर्म कैद है |

उनके अनुसार आज विदेशी ताकतें , जो कि हिंदू धर्म को खत्म करना चाहती हैं| वह हमारी संस्कृति की धरोहर, हमारे रक्षा कवच, हमारे परम पूज्य संत श्री आशारामजी बापू को एक षड्यंत्र के तहत बाहर नहीं आने दे रही हैं|

हम सब भारतीयों को आगे आकर बापूजी की रिहाई के लिए लड़ना होगा| ऐसे संतो को आप कारागार में रखकर कभी भी एक हिंदू राष्ट्र नहीं बना सकते | इसके अलावा साध्वी रेखा बहन ने स्वास्थ्य से संबंधित कई टिप्स साधकों को बताए तथा मौसम के अनुसार आहार में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए यह भी बताया|

इस मौके पर श्री योग वेदांत सेवा समिति सिरसा हरियाणा के श्री श्याम सुंदर सैनी , श्री सुशील शर्मा, श्री अमर सिंह ब्रासरी , श्री एम एल शर्मा ,श्री सुरेश जी जोशी, श्री विनोद नरूला, श्री एसके मेहता, श्री हनुमान स्वामी, श्री विजय राजन आदि मौजूद थे |