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आज से चारधाम और हेमकुंड साहिब की यात्रा शुरू, रजिस्ट्रेशन और ई-पास अनिवार्य- जानें क्या है SOP

देहरादून: उत्तराखंड में आज से यानी कि कल से चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है। इसके साथ ही सिक्‍खों के पवित्र धार्मिक स्‍थल गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब की यात्रा भी आज से शुरू होगी। कोरोना के कारण यात्रा लंबे समय से स्‍थगित रही थी, लेकिन अब यह रोक एहतियात के साथ हटाई जा रही है। राज्‍य सरकार ने इस संबंध में मानक प्रचालन विधि (SOP) जारी की है और कोविड-19 से संबंधित नियमों का सख्‍ती से पालन करने के लिए कहा है। इसके तहत लिए यात्रा के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं का कोविड वैक्‍सीनेशन और रजिस्ट्रेशन अनिवार्य किया गया है। साथ ही तीर्थयात्रियों को अधिकतम 72 घंटे पहले की RTPCR निगेटिव रिपोर्ट सौंपनी होगी।

मंदिर में दर्शन के लिए एक बार में केवल तीन श्रद्धालु प्रवेश‌ कर सकेंगे। उन्‍हें भीतर मूर्तियों या घंटियों को छूने की अनुमति नहीं होगी। तीर्थयात्री सोशल डिस्‍टेंसिंग का पालन करते हुए पूजा में शामिल हो सकेंगे, लेकिन उन्हें मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। बच्चों, बीमार व अधिक बुजुर्ग लोगों को यात्रा की अनुमति नहीं होगी।

चारधाम के नाम से प्रसिद्ध बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर हर साल अप्रैल-मई में दर्शन के लिए खुलते हैं और अक्‍टूबर-नवंबर में यात्रा का समापन हो जाता है। लेकिन इस बार कोविड-19 की दूसरी लहर के कारण यह यात्रा अप्रैल-मई शुरू नहीं हो पाई थी, जो अब शुरू की जा रही है। केदारनाथ के कपाट 17 मई, बदरीनाथ के कपाट 18 मई, यमुनोत्री के 14 मई और गंगोत्री के 15 मई को कपाट खुले थे, लेकिन श्रद्धालुओं को मंदिर के भीतर जाने और दर्शन-पूजन की अनुमति नहीं थी।

The journey of Chardham and Hemkund Sahib starts from today, registration and e-pass mandatory – know what is the SOP