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जालंधर की मकसूदां सब्जी मंडी में जोरदार प्रदर्शन, ठेकेदार की तानाशाही से आक्रोशित व्यापारियों ने खोला मोर्चा; ठेका रद्द करने की मांग

जालंधर: शहर की मकसूदां सब्जी मंडी में आज पर्ची काटने को लेकर हुए विवाद ने तूल पकड़ लिया। नए ठेकेदार द्वारा तय रेट से ज्यादा पैसे वसूलने के विरोध में व्यापारियों और फड़ी एसोसिएशन ने धरना लगाकर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने ठेकेदार पर मारपीट और जान से मारने की धमकियां देने का भी गंभीर आरोप लगाया है।

घटना की सूचना मिलते ही मार्केट कमेटी के चेयरमैन गुरपाल सिंह मौके पर पहुंचे और व्यापारियों को शांत करने का प्रयास किया। उन्होंने कहा, “मुझे सेक्रेटरी का फोन आया था कि ठेकेदार द्वारा पर्ची के जरिए अधिक पैसे वसूले जा रहे हैं, लेकिन अभी तक किसी ने लिखित शिकायत नहीं दी है। हम ट्रांसपोर्टरों से बात कर रहे हैं। अगर जांच में मामला सही पाया गया तो ठेकेदार के खिलाफ निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मंडी के तीनों गेटों पर पर्ची के रेट वाले बोर्ड लगे हैं, इसलिए कोई अधिक वसूली नहीं कर सकता।

वहीं, प्रदर्शन कर रहे फड़ी एसोसिएशन के सदस्यों ने मंडी की बदहाली पर भी रोष जताया। एसोसिएशन की ओर से राखी ने कहा, “इस ठेके को तुरंत रद्द किया जाना चाहिए। ठेकेदार द्वारा हमारे प्रधान शंटी को जान से मारने की धमकी दी गई है। शनिवार को इस मुद्दे पर मीटिंग भी हुई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला, जिसके बाद आज हमें मजबूरन धरना लगाना पड़ा।”

एसोसिएशन के प्रधान रवि ने आरोप लगाया कि फड़ी वालों से सरकारी रेट से कई गुना ज्यादा पैसे वसूले जा रहे हैं और विरोध करने पर मारपीट और धमकियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा, “हमसे सालाना लगभग ढाई करोड़ रुपए वसूले जाते हैं, लेकिन मंडी में गंदगी का आलम है। शेड से पानी टपकता है और कोई सुनवाई नहीं होती। हम सफाई के लिए अलग से 84 हजार रुपए महीना देते हैं, फिर भी कोई सफाई नहीं होती। महिलाओं के लिए शौचालय तक की व्यवस्था नहीं है। जब तक यह मसला हल नहीं होता, हमारा धरना जारी रहेगा।”

मौके पर पहुंचे एसीपी आतिश भाटिया ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन देते हुए कहा, मैं लोगों के साथ खड़ा हूं। अगर किसी के साथ मारपीट हुई है या किसी को धमकी मिली है, तो वह थाने में आकर लिखित शिकायत दर्ज कराए। पीड़ित के बयानों के आधार पर जांच कर बनती कार्रवाई की जाएगी।

 

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Strong protest in Maqsudan mandi