You are currently viewing इंसानियत शर्मसार: किरायेदार की मौत होने पर मकान मालिक ने घर में नहीं लाने दी लाश, 4 घंटे एंबुलेंस में ही पड़ी रही

इंसानियत शर्मसार: किरायेदार की मौत होने पर मकान मालिक ने घर में नहीं लाने दी लाश, 4 घंटे एंबुलेंस में ही पड़ी रही

जालंधर। जालंधर के रतन नगर में इंसानियत को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है। यहां किराये के एक मकान में रहने वाली महिला की अस्पताल में मौत हो गई। जब महिला की बेटियां उनके शव को घर लेकर आने लगी तो मकान मालिक ने उन्हें बाहर ही रोक दिया। जिस कारण महिला के शव को करीब चार घंटे तक एंबुलेंस में रखा गया।

मृतका की बेटी अमनप्रीत कौर ने बताया कि उन्होंने एक महीने पहले ही रतन नगर में किराए पर कमरा लिया था। कमरे लेते वक्त भी मकान मालिक को पता था कि उसकी मां बीमार है। मां की तबियत बिगड़ने पर उन्हें सिविल अस्पताल ले जाया गया। इस दौरान मकान मालिक उन्हें कमरा खाली करने के लिए कहने लगे तो उन्होंने रविवार तक का समय ले लिया। लेकिन वीरवार रात को उसकी मां की मौत हो गई।

रात करीब 8 बजे वे एंबुलेंस में मां के शव को घर लेकर आए लेकिन मकान मालकिन ने कहा कि उनको घर के अंदर नहीं आने दिया और कहा कि वे सीधे ही संस्कार कर दें या फिर शव को सिविल अस्पताल के मुर्दाघर में रख दें, खर्चा हम दे देंगे। करीब 4 घंटे तक मां का शव एंबुलेंस में ही पड़ा रहा। मामले की सूचना मिलने के बाद थाना बस्ती बावा खेल से पुलिस मौके पर पहुंची और मकान मालिक को बुलाया। पुलिस के सख्ती दिखाने पर शव को अंदर रखवाया गया। थाना बस्ती बावा खेल के एएसआई तलविंदर सिंह ने कहा कि मकान मालिक से बातचीत करके लाश को अंदर रखवा दिया है।

वहीं, दूसरी ओर मकान मालिक लाडी ने कहा कि उन्हें कोई एतराज नहीं है। परिवार को सिर्फ इतना कहा था कि उनके बड़े भाई के यहां शादी है, जिसकी रस्में चल रही हैं। घर में खुशियों का माहौल है, ऐसे में कोई अप्रिय बात न हो, इसलिए रोका था। उन्होंने मृतका के परिजनों को लाश को अस्पताल में ही रखने को कह दिया था, लेकिन अब उन्होंने घर खोल दिया है।

landlord did not allow the tenant daughter to bring the corpse into house