फिरोजपुर: पंजाब के फिरोजपुर में एक निजी बैंक के कर्मचारियों द्वारा किसानों के साथ लगभग पांच करोड़ रुपये की बड़ी धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि बैंक कर्मियों ने किसानों की क्रेडिट लिमिट बनाने के नाम पर उनके दस्तावेजों का इस्तेमाल कर करोड़ों रुपये का कर्ज निकाल लिया और अपने खातों में ट्रांसफर कर लिया। मामले का खुलासा होने के बाद पीड़ित किसानों ने बैंक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
यह घोटाला तब सामने आया जब एक पीड़ित किसान ट्रैक्टर खरीदने के लिए बैंक से लोन लेने पहुंचा। वहां उसे पता चला कि उसके नाम पर पहले से ही लाखों रुपये का कर्ज है, जबकि उसने कभी कोई कर्ज लिया ही नहीं था। जब किसान ने बैंक मैनेजर से खाते की स्टेटमेंट मांगी, तो उन्होंने देने से इनकार कर दिया, जिससे शक और गहरा गया। जांच करने पर पता चला कि बैंक के कर्मचारियों ने उसके जैसे करीब 20 किसानों के साथ इसी तरह की ठगी की है।
पीड़ित किसानों ने बताया कि बैंक कर्मचारियों ने साल 2023 में उनकी क्रेडिट लिमिट बनाने के नाम पर उनसे सभी जरूरी दस्तावेज ले लिए थे। आरोप है कि इन्हीं दस्तावेजों का दुरुपयोग कर बैंक कर्मचारियों ने किसानों के नाम पर करोड़ों रुपये का कर्ज स्वीकृत कराया और उस राशि को अपने निजी खातों में डलवा लिया, जिसकी किसानों को भनक तक नहीं लगी। बताया जा रहा है कि इस घोटाले में शामिल एक मुख्य आरोपी कर्मचारी ठगी के बाद विदेश भाग गया है।
किसानों के विरोध प्रदर्शन और शिकायत के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, किसान प्रभजीत सिंह की शिकायत पर जांच शुरू की गई है, जिसके साथ अकेले 34 लाख रुपये की ठगी हुई है। पुलिस का कहना है कि फिलहाल बैंक के चार कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और सभी पीड़ित किसानों से शिकायतें लेकर घोटाले के पूरे नेटवर्क की जांच की जा रही है। अनुमान है कि यह घोटाला लगभग पांच करोड़ रुपये का है।
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In Punjab private bank employees duped