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कुंवर विजय प्रताप के निवास पर अकालियों का धावा, पुलिस के साथ जमकर हुई झड़प

अमृतसर: युवा अकाली दल ने सोमवार को यहां आम आदमी पार्टी (आप) के नेता एवं पूर्व पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) कुंवर विजय प्रताप सिंह के आवास का घेराव किया और 15 करोड़ रुपये के ड्रग मामले में उनके खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की। युवा अकाली दल कार्यकर्ताओं ने पूर्व आईजी के आवास की ओर मार्च करते हुए स्थानीय पुलिस द्वारा लगाए गए अवरोधकों को तोड़ दिया और बड़ी संख्या में गिरफ्तारी देने से पहले सिंह के आवास के सामने प्रदर्शन किया।

युवा नेता गुरप्रता सिंह टिक्का, जोध सिंह समरा, गुरिंदरपाल सिंह लल्ली, गौरव वल्टोहा, राणा रणबीर सिंह लोपोके, संदीप सिंह एआर, हरजीत सिंह मियांविंड और सरबजीत सिंह ने कहा कि यह चौंकाने वाला है कि पूर्व आईजी की भूमिका के खुलासे के बाद भी 15 करोड़ रुपये के मादक पदार्थ जब्ती के मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। खुलासा हुआ है कि ड्रग मामले के मुख्य आरोपी राजीव भगत पूर्व आईजी के टू स्टार पुलिस वाहन का इस्तेमाल ड्रग्स को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने के लिए करता था। उन्होने कहा कि अगर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कुंवर विजय प्रताप के खिलाफ मेडिकल ड्रग रैकेट को संरक्षण देने के लिए मामला दर्ज नहीं किया और मामला को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) या सीआईबी को सौंपा, तो संगठन अपना आंदोलन भी तेज कर देगा।

युवा नेताओं ने कहा कि राजीव भगत ने आप संयोजक अरविंद केजरीवाल को एक करोड़ रुपये और आप के पंजाब प्रभारी जरनैल सिंह को 15 लाख रुपये भी दिए थे और यह पता लगाया जाना चाहिए कि क्या कुंवर विजय प्रताप ने इन “दानों” में मदद की थी। नेताओं ने कहा कि यह भी एक तथ्य है कि जब तक कुंवर विजय प्रताप सेवा में थे राजीव भगत कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष थे। लेकिन पूर्व आईजी के आप के साथ आने से कुछ समय पहले ही वह भी आप में कूद गए। उन्होंने कहा, “यह स्पष्ट है कि वे दोनों एक-दूसरे के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और केवल कुंवर विजय प्रताप की हिरासत में पूछताछ से पूरे ड्रग रैकेट के साथ-साथ आप शीर्ष नेतृत्व को दी गई रिश्वत का भी पता चल पाएगा।”

Akalis claim at Kunwar Vijay Pratap’s residence, clashes with police